बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के विधानसभा में किए विरोध को शर्मनाक करार दिया। विधानसभा में बुधवार को तेजस्वी यादव ने सृजन घोटाला को लेकर सरकार से इस्तीफें की मांग की। न्यूज एजेंसी से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा, “लोग बाढ़ के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं, मुख्यमंत्री लगातार स्थिति का जायजा कर रहे हैं, बिहार सरकार पीड़ितों को राहत देने में व्यस्त है और बिहार में 1.5 करोड़ से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है और विपक्षी पार्टी (आरजेडी) इस समय रैली का आयोजन कर रही है। यह बेहद शर्मनाक है।”
सुशील मोदी ने कहा, “मैं लालू को अपनी रैली रद्द करने और बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए अपील करता हूं। मैं तेजस्वी यादव से अपील करता हूं, जो शायद अपने जीवन में बाढ़ नहीं देख पाए। इसलिए उन्हें बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करना चाहिए और उस स्थिति का जायजा लेना चाहिए।”
सुशील मोदी ने आगे कहा कि वे राहुल गांधी, मायावती, ममता बनर्जी और सभी बड़े राजनीतिक नेताओं से अपील करते हैं कि उन्हें इस मानवीय संकट में लोगों की मदद के लिए बिहार आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी परिस्थितियों में यह नेता रैली में भाग लेते हैं तो यह बाढ़ पीड़ितों के घावों पर नमक पिलाने जैसा होगा।
1,000 करोड़ रुपए के सृजन घोटाला ने बिहार की राजनीति में एक राजनीतिक भूचाल पैदा कर दिया है, जिस समय सुशील मोदी बिहार के वित्त मंत्री थे उस समय साल 2005 और 2013 के बीच सरकारी खातों से निजी अकाउंट में पैसा भेजा गया। यह धन एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) सृजन के बैंक खातों में भेजा गया था। इस एनजीओ की स्थापना मनरोमा देवी द्वारा की गई थी और उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे और उनकी पत्नी द्वारा चलाया जा रहा है।