इंटरनेट पर पोर्न सामग्री को लेकर दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरह के कानून बन चुके हैं, लेकिन अब तक इस पर पूरी तरह रोक लग सकी है. ऐसे में इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के उपयोगकर्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है. इंटरनेट पर इस तरह की सामग्री के उपयोगकर्ताओं के स्वभाव को लेकर जुए बड़े शोध में बड़ा ही चेतावनी देने वाला तथ्य सामने आया है.
इस शोध के मुताबिक इंटरनेट पर लगातार पोर्न सामग्री देखने वाली महिलाएं अपनी रियाल लाइफ में सेक्स संबंधों से दूर होती चली जाती हैं और उनमें इंटरनेट के जरिए ही अपनी यौनाकांक्षाओं की पूर्ति करने की एक लत लगने का खतरा काफी अधिक हो जाता है. अध्ययनकर्ताओं ने सामान्य विषमलिंगी सेक्स जीवन व्यतीत करने वाली महिलाओं और इंटरनेट की लती हो चुकी महिलाओं के बीच में एक तुलनात्मक अध्ययन किया और पाया कि यौन इच्छा की पूर्ति के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में इसकी लत की मात्रा काफी हद तक बढ़ती ही जा रही है.
बेल्जियम के ब्रसेल्स स्थित वर्चुअल रियलिटी मेडिकल इंस्टीट्यूट की ब्रेंडा के. वीडरहोल्ड ने कहा, अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि सामान्य सेक्स लाइफ व्यतीत करने वाली महिलाओं में इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के प्रति रूचि इस तरह के पुरुषों के समान ही पाई गई. शोध पत्रिका ‘साइबरसायकोलॉजी बिहैवियर एंड सोशल नेटवर्किंग’ में प्रकाशित शोधपत्र में ब्रांडे ने बताया है कि यह अध्ययन भले ही मात्र 30 लोगों पर ही किया गया है, लेकिन इससे महिलाओं में इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के इस्तेमाल का लत होने की आदत को समझा जा सकता है.