सरकार ने ऐसे करीब 50 अकाउंट्स की पहचान की है, जिनमें बैंकों का 5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज फंसा हुआ है। इन सभी अकाउंट्स पर सरकार की निगाह है।
इकनॉमिक टाइम्स ने कई अधिकारियों के हवाले से बताया है कि यह 50 अकाउंट्स सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक और कुछ मामलों में सतर्कता एजेंसियों की वॉच लिस्ट में हैं।
इस लिस्ट में वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जिंदल ग्रुप और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, पुंज लॉयड, जेपी ग्रुप, लैंको, लैंको इंफ्राटेक, मोनेट इस्पात, एस्सार लिमिटेड और भूषण स्टील शामिल हैं।
बैंकों के करीब 50 अकाउंट्स में फंसे कर्जों का अनुमान लगभग 4-5 लाख करोड़ रुपये का है। यह कर्ज सरकारी बैंकों के कुल बेड लोन्स का लगभग 80-85% है।