दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) के दफ्तर का आवंटन रद्द किए जाने के फैसले को कानून के खिलाफ बताया है। शनिवार को उन्होंने कहा, ‘हम सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हैं। हमने कोई गलत काम नहीं किया। ऑफिस छीन लें, हम सड़क से काम करेंगे।’
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के दफ्तर का आवंटन कैंसिल कर दिया। दिल्ली के 206 राउज एवेन्यू पर आम आदमी पार्टी को दफ्तर बनाने का अलॉटमेंट दिया गया था। पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने खबर की पुष्टि की है।
कमेटी ने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के सलाहकार पद पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी की नियुक्ति को असंवैधानिक ठहराया है। वहीं, जैन के ओएसडी पद पर निकुंज अग्रवाह की नियुक्ति को भी गलत बताया है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को नियुक्ति से पहले दे दिया बंगला
रिपोर्ट में कहा गया है कि निकुंज को उस पद पर बैठाया गया है, जो पहले मौजूद ही नहीं था. इस पद को बिना उप राज्यपाल की अनुमति बढ़ाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, आप सरकार ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को भी उनकी नियुक्ति से पहले बंगला अलॉट कर दिया था, जबकि आप विधायक अखिलेश त्रिपाठी के नाम अनुचित तरीके से 5 बंगले आवंटित किए गए थे।
केजरीवाल सरकार पर मनमाने ढंग से रेवड़ियां बांटने का भी आरोप है। बता दें कि केजरीवाल को जमीन आवंटन से जुड़े अधिकार नहीं हैं। इसके लिए केजरीवाल को फाइल उपराज्यपाल को भेजनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 150 ऐसे फैसले हैं, जिनमें कैबिनेट एजेंडे को लेकर एलजी को कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई है।