मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली प्रस्तावित बुलेट ट्रेन योजना में आ रही सबसे बड़ी परेशानी को दूर कर लिया गया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार बुलेट ट्रेन के शुरुआती मार्ग (Route) में आ रही समस्या को रेल मंत्रालय ने दूर कर दिया है। बुलेट ट्रेन अब मुंबई के बांद्र-कुर्ला कॉम्पेक्स से 21 किलोमीटर तक अंडरग्राउंड टनल में होते हुए ठाणे पहुंचेगी। इससे पहले बांद्रा-कुर्ला की जमीन को लेकर रेलवे और मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (MMRDA) के बीच विवाद था। एमएमआरडीए बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए रेलवे जमीन देने का विरोध कर रहा था। एमएमआरडीए की योजना इस जमीन को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र के रूप में इस्तेमाल करने की थी। एमएमआरडीए ने रेलवे विभाग को बांद्रा-कुर्ला के पास कोई दूसरा विकल्प ढूंढने की बात कही थी। जिसे रेलवे विभाग ने मानने से इंकार कर दिया था। रेलवे के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार वो एमएमआरडीए को इस प्रोजेक्ट के लिए मनाने में सफल रहे। हालांकि इस बारे में अभी रेलवे और महाराष्ट्र सरकार की तरफ से कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।
रिपोर्ट के अनुसार बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद की दूरी केवल 2 घंटे में पूरा करेगी। ये रूट 508 किलोमीटर का होगा जिसमें 12 स्टेशन होंगे। इनमें से चार स्टेशन महाराष्ट्र में होंगे जबकि 8 स्टेशन गुजरात में होंगे। बता दें कि अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन के निर्माण में 97,636 करोड़ का खर्च आने का अनुमान है। इस प्रोजेक्ट के लिए 80 फीसदी धन जापान मुहैया कराएगा। जबकि इसका 20 फीसदी हिस्सा भारत खुद वहन करेगा। रिपोर्ट के अनुसार बुलेट ट्रेन का काम साल 2018 में शुरू हो जाएगा। इस योजना के साल 2023 तक पूरा होने का अनुमान है। सूत्रों के अनुसार भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन का किराया दुनिया में सबसे कम होगा।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट कॉरिडोर की विशेषताएं
1- मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का किराया दुनिया की दूसरी बुलेट ट्रेनों के मुकाबले सबसे कम होगा।
2- अभी इस रूट पर चलने वाली ट्रेन अपना सफर करीब 5 घंटे 30 मिनट में पूरा करती हैं जबकि बुलेट शुरू होने के बाद ये दूरी सिर्फ 2 घंटे में तय की जा सकेगी।
3- 2023 में AC-फर्स्ट का जो किराया होगा उसी के अनुसार बुलेट ट्रेन का किराया होगा।