अमेरिकी सेना के सबसे बड़े गैर परमाणु बम हमले में कम से कम 36 आतंकवादी मारे गये और इस्लामिक स्टेट समूह का गहरा सुरंग परिसर तबाह हो गया.
जीबीयू-43:बी एमओएबी बम को ‘मदर ऑफ ऑल बम’ के नाम से जाना जाता है. इस बम का प्रयोग गुरुवार (13 अप्रैल) को पूर्वी नांगरहार प्रांत के अचिन जिले में आईएस के ठिकाने पर किया गया.
रक्षा मंत्रालय ने पूर्वी अफगानिस्तान में गुरुवार को हुये हमले के संबंध में एक बयान में कहा,‘बम हमले के परिणामस्वरूप दाएश (आईएस) के मुख्य ठिकाने और सुरंग परिसर नष्ट हो गये और आईएस के 36 लड़ाके मारे गये.’
इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिशन को ‘बहुत, बहुत सफल’ करार दिया.
अफगान राष्ट्रपति भवन ने बयान में बताया कि नागरिकों को हताहत होने से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरती गई.
एमसी-130 मालवाहक विमान के जरिए गिराये गये भारी बम से हुआ विस्फोट 11 टन टीएनटी के विस्फोट के समकक्ष था.
वायु सेना के प्रवक्ता कर्नल पैट रायडर ने बताया कि यह अब तक का सबसे बड़ा गैर परमाणु बम था.
अचिन के गर्वनर इस्माइल शिनवारी ने बताया कि अचिन जिले के मोमांद डारा इलाके में बम गिराया गया.
शिनवारी ने ‘एएफपी’ को बताया, ‘मैंने यह अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट देखा. पूरा इलाका आग की लपटों में घिर गया.’
उन्होंने बताया, ‘हमें अभी तक हताहतों के बारे में कुछ भी मालूम नहीं है लेकिन चूंकि यह दाएश (आईएस) का एक मजबूत गढ़ है, ऐसे में हमें लगता है कि बड़ी संख्या में दाएश के लड़ाके मारे गए होंगे.’