Friday, March 29, 2024
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आशा पारेख ने माना- “पद्म भूषण” पाने के लिए की थी नितिन गडकरी से मुलाकात, पर 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़कर उनके घर पहुंचने की बात गलत

SI News Today

हाल ही में रिलीज हुई अपनी अॉटोबायोग्राफी में बीते जमाने की अदाकारा आशा पारेख ने कई अहम खुलासे किए हैं। उन्होंने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले साल आशा पारेख पद्म भूषण पुरस्कार की लॉबिंग के लिए 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़कर आई थीं।

द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी बायोग्राफी ”द हिट गर्ल” में आशा ने मुंबई में गडकरी से मुलाकात को अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती बताया है। 2016 में जिन लोगों को पद्म पुरस्कार दिए गए थे, उस फेहरिस्त में आशा का नाम नहीं था। पिछले साल नागपुर के एक इवेंट में गडकरी ने दावा किया था कि आशा ने उनसे मिलकर देश के तीसरे सबसे बड़े सम्मान के लिए उनके नाम की सिफारिश करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, मेरे आवास की लिफ्ट नहीं चल रही थी, जिस कारण वह 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़कर आई थीं। मुझे इसके लिए बहुत बुरा लगा था। मैंने उनसे कहा था कि उन्होंने तकलीफ क्यों की। गडकरी के मुताबिक, आशार ने उनसे कहा, नितिन जी, मुझे पद्मश्री मिल चुका है, अब मुझे पद्म भूषण चाहिए। गडकरी के मुताबिक, मैंने उनसे कहा कि आपको पद्मश्री मिल चुका है, वह भी पद्मभूषण की तरह की है। उन्होंने कहा, नहीं, मैंने ढेर सारी फिल्में की हैं। आशा पारेख सच में एक बड़ा नाम है और इस कारण मुझे यह पुरस्कार मिलना चाहिए।

हालांकि इस बायोग्राफी में पारेख ने इस बात से इनकार नहीं किया है कि वह पूर्व बीजेपी अध्यक्ष से नहीं मिलीं। पारेख ने कहा, मेरे एक करीबी दोस्त ने मुझे एक प्रभावशाली राजनेता से मिलने के लिए कहा था, ताकि मेरा पद्मश्री सम्मान अपग्रेड हो सके। उन्होंने कहा, जब मैं मुंबई लौट रही थी तो उस दोस्त ने मेरी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपॉइंटमेंट फिक्स कर दी। मंत्री के वर्ली आवास पर हुई इस बैठक के बारे में आशा लिखती हैं, मुझसे पहला सवाल मेरी उम्र को लेकर पूछा गया था। हैरान होते हुए मैंने कहा था-72 साल, जिसके बाद उन्होंने कहा, ठीक है आप जा सकती हैं। मैं पद्मभूषण के लिए आपके नाम की सिफारिश करूंगा। पारेख को 1992 में पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान पद्मश्री दिया गया था।

…तो अस्पताल जाना पड़ता: पारेख लिखती हैं, मैं अखबारों में गडकरी का बयान पढ़कर हैरान रह गई, जिसमें पद्म भूषण की सिफारिश के लिए 12 मंजिल सीढ़ियां चढ़ने की बात थी। उन्होंने लिखा, मैं हैरान थी, क्योंकि मुझे नहीं पता था कि यह कहां से आया। मैं एक मंजिल सीढ़ी भी नहीं चढ़ सकती। अगर मैंने 12 मंजिल चढ़ने की कोशिश की होती, तो मुझे अस्पताल जाना पड़ता है। रही बात लिफ्ट की तो वह एकदम ठीक थी। जब नितिन गडकरी के करीबी सूत्रों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मंत्री इस बारे में कोई बयान नहीं देना चाहते।

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