लखनऊ.बुधवार को पकड़े गए सस्पेक्ट ISI एजेंट आफताब के मामले में यूपी के एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर आदित्य मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ”पकड़े गए आरोपी से पूछताछ चल रही है। फैजाबाद और लखनऊ के बीच उसका मूवमेंट काफी ज्यादा था। गिरफ्तार आफताब की निशानदेही पर मुंबई से दूसरे सस्पेक्ट को पकड़ा गया। आफताब को ISI से फाइनेंशियली पेड किया जाता था। इसी के चलते आफताब और मुंबई से हवाला डीलर को पकड़ा गया। आफताब पिछले साल पाक हाई कमीशन के कॉन्टैक्ट में आया। एक बार पाकिस्तान गया भी था और संभवत: वहीं पर उसे ऐसे कामों के लिए समझाया गया।” बता दें, आफताब को यूपी एटीएस ने सीजेएम कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद कोर्ट ने उसे 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया। 3 लोगों की हुई पहचान…
– एडीजी ने गुरुवार को कहा, ”आफताब भारतीय सेना के किसी अफसर के कॉन्टैक्ट में नहीं था। वो एक साल से पाकिस्तान के उच्च अधिकारी मेहरबान अली के संपर्क में था।”
– ”पकड़े गए आरोपी भारत की खुफिया जानकारी पाक भेजते थे। आफताब के पास कैंट इलाके के मैप मिले हैं। छापेमारी में करीब 70 लाख की रकम बरामद हुई है। अब तक 3 लोगों की पहचान हुई है।”
– ”अल्ताफ कुरैशी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए थे। वहीं, आफताब वाघा बॉर्डर से लाहौर गया था और ISI से उसने ट्रेनिंग ली थी। दोनों गिरफ्तार एजेंटों से और इन्फॉर्मेशन कलेक्ट की जा रही है।”
बुधवार को फैजाबाद से अरेस्ट हुआ था आफताब
– बता दें, यूपी एटीएस ने बुधवार को फैजाबाद से सस्पेक्ट ISI एजेंट आफताब को अरेस्ट किया था। इसके अलावा एक और संदिग्ध को हिरासत में लिया गया था। वहीं, आफताब की निशानदेही पर ही मुंबई से एक और संदिग्ध को पकड़ा गया।
– आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया था कि यूपी एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस और यूपी इंटेलिजेंस के ज्वाइंट ऑपरेशन में फैजाबाद के ख्वासपुरा से वाजिद अली के बेटे आफताब अली को पकड़ा गया।
कानपुर ट्रेन हादसे में ISI की साजिश का था शक
– इसी साल फरवरी महीने में कानपुर ट्रेन हादसे के मास्टरमाइंड शम्शुल होदा को नेपाल की राजधानी काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बताया गया कि शम्सुल आईएसआई का एजेंट हो सकता है।
– उसे भारत में कई ट्रेन हादसों के लिए भी जिम्मेदार बताया गया था। बता दें, 20 नवंबर 2016 को हुए कानपुर ट्रेन हादसे में पटना-इंदौर एक्सप्रेस ट्रैक से उतर गई थी। इसमें 150 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।
– कानपुर ट्रेन हादसे (पुखरायां-रूरा) के मामले में यूपी एटीएस और आईजी रेलवे ने 18 और 19 जनवरी को बिहार के मोतिहारी में आरोपियों से पूछताछ की थी। इसमें आरोपी मोतीलाल पासवान ने बताया था कि उसने 7 अन्य लोगों के साथ मिलकर 2 बार कानपुर के पास रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया।
– उसने बताया था कि इसके लिए 10 लीटर के प्रेशर कुकर में विस्फोटक भरकर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) तैयार किया गया था। इस खुलासे के बाद इस बात के संकेत मिले थे कि इस हादसे के पीछे ISI की साजिश हो सकती है।
बिहार पुलिस ने किया था दावा- रेल हादसा ISI की साजिश
– 17 जनवरी को बिहार पुलिस ने दावा किया था कि 20 नवंबर को कानपुर के पुखरायां के पास हुआ रेल हादसा ISI की साजिश का नतीजा था। मोतिहारी के एसपी जितेंद्र राणा ने बताया था कि गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों ने ये खुलासा किया है।
– मुख्य आरोपी शम्शुल ने इसके लिए फंडिंग की। जांच में सामने आया कि ये कारोबारी ISI को भी फंडिंग करता है।