Thursday, April 25, 2024
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पंजाब: रेत खनन घोटाले में फंसे कैबिनेट मंत्री

SI News Today

पजांब सरकार में 26 करोड़ रुपए की बोली लगाकर रेत खनन का अधिकार हासिल करने वाले शख्स के बारे में बड़ा खुलासा किया गया है। खबर के अनुसार ऊंची बोली लगाकर रेत खनन का अधिकार हासिल करने वाले अमित बहादुर (36) ने बीते तीन सालों में सिर्फ एक लाख रुपए का इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है। बता दें कि अमित बहादुर पंजाब सरकार में बिजली और सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत की कंपनी में रसोइए के रूप में नौकरी करते थे। वहीं अमित बहादुर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अकाउंट के खाते की जानकारी के दौरान सामने आया कि बीते एक अप्रैल (2017) तक उनके अकाउंट में महज में 4,840 रुपए की राशि जमा थी। कैप्टन अमरिंदर की सरकार में पहली बार खनन बोली 19 अप्रैल को लगाई गई थी। जबकि नीलामी में खनन का हासिल का अधिकार करने वाले शख्स को 21 और 22 मई तक इसकी राशि जमा करने के निर्देश दिए गए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया अनुसार उसके पास अमित बहादुर के आईटीआर से जुड़ी जानकारी है। वहीं बहादुर द्वारा दिए गए हलफनामें के अनुसार उनके अकाउंट में बीते एक साल के दौरान 18,000 से 22,000 रुपए तक की राशि रही है। खबर के अनुसार अमित बहादुर की आय का मुख्य स्त्रोत उनकी सैलरी है जो 11,206 है। ये राशि पिछली 8 मार्च (2017) उनके अकाउंट में डाली गई थी। वहीं सबको चौंकाते हुए अमित बहादुर ने 21 मई (2017) नवानशहर के शादीपुर खुर्द में 26.51 करोड़ की बोली लगाकर जीती गई खनन अधिकार की पहली किस्त 13.23 करोड़ रुपए जमा की। खबर के अनुसार मूल रूप से मुरादाबाद के बिलारी के रहने वाले अमित बहादुर ने मामला प्रकाश में आने के बाद अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया है।

चीनी कंपनी के मालिक गुरजीत सिंह वर्तमान पंजाब विधानसभा में सबसे अमीर विधायक हैं। खबर के अनुसार उन्होंने 169 करोड़ की संपत्ति होने की घोषणा की है। हाल में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने 102 खानों नीलामी की जिनसे सरकार को करीब 1026 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुई। दूसरी तरफ आरोप है कि पंजाब सरकार में मंत्री गुरजीत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में खनन अधिकार हासिल नहीं कर सकते थे इसलिए उन्होंने कंपनी में काम कर रहे कर्मचारी द्वारा खनन के अधिकार हासिल किए। विपक्ष द्वारा गुरजीत पर खनन का असली मालिक होने का आरोप लगाने पर गुरजीत ने सफाई देते हुए कहा कि उनके यहां हजारों लोगों ने काम किया है। समय-समय पर लोगों ने उनके यहां से नौकरी छोड़ी। उन्होंने आगे कहा कि मेरी कंपनी से नौकरी छोड़ने के बाद कौन क्या करता है ये बताने की जिम्मेदारी उनकी नहीं है।

वहीं पंजाब विधानसभा में विपक्ष के आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक एचएस फूलका ने कहा कि गुरजीत को एक महीने पहले नौकरी छोड़ने वाले अमित बहादुर से पूछना चाहिए कि 11 हजार की सैलरी में उसने 26 करोड़ की खान कैसे हासिल की?

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