Friday, April 19, 2024
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मथुरा एसएसपी के ड्राइवर का बेटा बनेगा एसपी, बोला-

SI News Today

सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट हाल ही में आया है। इसमें मथुरा के एसएसपी के ड्राइवर के बेटे को 336 वीं रैंक मिली है। अब वह भी एसपी बनेगा। बेटे का कहना है कि वह अपने पापा के साहब जैसी यूनिफॉर्म पहनने का सपना देखता था। 26 साल के हरिकेश सिंह के तीन चाचा और पापा पुलिस की नौकरी करते हैं। वह भी देश की सेवा करना चाहता था। जब यूपीएससी का रिजल्ट आया तो हरिकेश पर न सिर्फ उसके परिवार वालों को बल्कि मथुरा के एसएसपी विनोद कुमार मिश्रा को भी गर्व हुआ। हरिकेश के पिताजी मान सिंह मथुरा के एसएसपी के ड्राइवर हैं। एक महीने बाद होने वाली फेरबदल में हरिकेश के आईपीएस अधिकारी बनने की ज्यादा उम्मीद है।

एसएसपी ने कहा कि यह पूरे पुलिस विभाग के लिए गर्व की बात है। हम चाहते हैं कि वह भी जल्द ही आईपीएस अधिकारी बन जाए। ऐसा लगता है कि हमारे परिवार का बच्चा जल्द ही पुलिस बल में शामिल होगा। आईएएस की 180 और आईपीएस की 150 सीटें हैं। कुल 330 सीटें हैं। हरिकेश की रैंक 336 है। अब हरिकेश आईआरएस अधिकारी बनने के भी योग्य हैं। नियमित रूप से फेरबदल तब होती है, जब अभ्यर्थी सेवाएं बदलते हैं या ऑप्ट आउट करते हैं, संभावना है कि वे आईपीएस में शामिल हो सकें।

हरिकेश ने इंजीनियरिंग कर रखी है। हरिकेश ने बीटेक करने के बाद सैमसंग में भी नौकरी की थी। वह राजस्थान के भरतपुर जिले के मौरोली गांव के रहने वाले हैं। हरिकेश ने कहा कि मैं हमेशा यह चाहता था कि मैं देश के लिए कुछ काम करूं। अब मेरा सिविल सेवा में सलेक्शन हो गया है। मेरे छोटे भाई ने भी इसी साल सिविल सेवा की परीक्षा दी थी। हरिकेश ने कहा कि कम संसाधनो के बावजूद हमारे पिता ने हमारे लिए अपना बेस्ट दिया।

आपको बता दें कि सिविल सेवा परीक्षा-2016 के लिए केंद्र सरकार ने 1,209 खाली पदों की अधिसूचना जारी की थी। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित अन्य शीर्ष सेवाओं के अधिकारियों के चयन के लिए यूपीएससी हर साल तीन चरणों – प्रारंभिक, मुख्य एवं इंटरव्यू वाली सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करती है। देश भर के विभिन्न केंद्रों पर हर साल लाखों परीक्षार्थी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होते हैं।

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