एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा ने मुंबई में एक सेल्फ डिफेंस एकेडमी के ग्रेजुएशन प्रोग्राम में अपने बचपन से जुड़ी यादों को ताजा किया। परिणीति ने एकेड़मी की लड़कियों को अपने बचपन के अनुभव के बारे में बताया और उन्हें अपनी जिंदगी में दिलेर बनने की प्रेरणा दी। एक्टर अक्षय कुमार द्वारा मुंबई में चलाये जा रहे सेल्फ डिफेंस सेंटर में बतौर गेस्ट पहुंची परिणीति ने कहा कि वो काफी छोटे से शहर अंबाला की रहने वाली है। परिणीति बताती हैं कि ये उनके स्कूली दिनों की बात है, वो सामान्य परिवार की लड़की है, और उनके पिता के पास ज्यादा पैसे नहीं थे। परिणीति ने बताया कि इन हालात को देखते हुए उनके पिता उन्हें साइकिल से स्कूल भेजते थे। उनके स्कूल का ड्रेस शर्ट और स्कर्ट था। परिणीति बताती हैं कि इस दौरान उन्हें काफी मनचलों का सामना करना पड़ता था। लड़के उन्हें घेर लेते और छेड़खानी करते। उस समय परिणीति को अपने परिवार वालों पर काफी गुस्सा आता था कि उनके पापा उन्हें स्कूल छोड़ने क्यों नहीं आते थे।
परिणीति ने बताया कि एक बार वो घर से साइकिल से स्कूल जा रही थीं, तभी कुछ लड़कों से उन्हें घेर लिया और उनका स्कर्ट खींचने की कोशिश की। लेकिन परिणीति ने उन्हें ऐसा जवाब दिया कि वे भागने पर मजबूर हो गये। परिणीति ने सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले रही लड़कियों से कहा कि अगर उन्हें अपने जीवन में कभी ऐसे मौके का सामना करना पड़े तो उन्हें थप्पड़ मारने से परहेज नहीं करना चाहिए।
एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा की गिनती बॉलीवुड की उन हीरोइनों में होती है जिन्होंने इंडस्ट्री में अपने दम पर मुकाम हासिल किया है। अपनी निजी ज़िंदगी में भी परिणीति काफी दिलेर हौसलों वाली मानी जाती हैं। परिणीति ने अपनी जिंदगी की ये कहानी लड़कियों से शेयर की, ताकि दुनिया में संदेश जा सके कि संकट का मुकाबला दिलेरी से करना चाहिए।