Friday, April 19, 2024
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छह साल में सबसे गरम चार जून

SI News Today

रविवार को जहां दिल्लीवासी घरों में भारत-पाकिस्तान मैच का आनंद ले रहे थे, वहीं बाहर गर्मी रेकॉर्ड बना रही थी। प्रचंड लू की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा था। दिल्ली के पालम मौसम केंद्र में दर्ज तापमान के मुताबिक चार जून पिछले अबतक का तीसरा सबसे गर्म दिन रहा। रविवार को पालम में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सफदरजंग में दर्ज तापमान ने पिछले छह सालों का रेकॉर्ड तोड़ा। वहां तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक सात से 11 जून के बीच दिल्ली-एनसीआर में मानसून पूर्व बारिश हो सकती है।

दिल्ली-एनसीआर के लिए इस हफ्ते की शुरुआत मानसून पूर्व की बौछारों से हुई थी। लेकिन हफ्ते का अंत भीषण गर्मी और प्रचंड लू से हुआ। शनिवार का दिन जहां तीखी गर्मी वाला रहा, वहीं रविवार को तापमान ने कई रिकॉर्ड तोड़े। भारतीय मौसम विभाग ने कहा, ‘रविवार को पालम मौसम केंद्र में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से छह डिग्री अधिक रहा। यह दिल्ली के सभी केंद्रों में सबसे ज्यादा थी। वहीं सफदरजंग का अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन दोनों केन्द्रों पर न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री अधिक 31 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बाकी पेज 17 पर रहा। इससे सुबह की शुरुआत ही गर्मी से हुई।’ मौसम विभाग के मुताबिक पालम में दर्ज तापमान ऐतिहासिक रूप से तीसरा सबसे अधिक तापमान रहा, इसके पहले 8 जून 2014 को 47.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ था, जो अभी तक का रिकॉर्ड है। दूसरा सबसे गर्म दिन 16 जून 1995 को दर्ज किया गया था। उस दिन पारा 47.4 डिग्री सेल्सियस गया था। वहीं सफदरजंग के तापमान के मुताबिक रविवार पिछले छह साल में सबसे गर्म चार जून रहा।

भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सोमावार को भी ज्यादा राहत के आसार नहीं हैं, लेकिन 6 जून से मानसून पूर्व बारिश के आसार बन रहे हैं। सात जून से तापमान में अच्छी खासी गिरावट देखी जा सकती है। बारिश के कारण सात जून से 10 जून के बीच अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने और न्यूनतम तापमान के सामान्य रहने की संभावना है। इससे सप्ताहांत खुशनुमा रह सकता है। एक निजी मौसम एजंसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक महेश पलावत के मुताबिक 7 से 11 जून के बीच मानसून पूर्व गतिविधियों के कारण मौसम सुहावना हो जाएगा, जैसा पिछले दिनों देखा गया था। पलावत के मुताबिक जून के पहले दस दिन अक्सर काफी गर्म होते हैं, पश्चिमी शुष्क हवाओं के कारण लू की स्थिति आती रहती है, लेकिन उसके बाद 15 जून के आस-पास से जब मानसून आगे बढ़ने लगता है यानि बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश तक आ जाता है तब पश्चिम बंगाल की तरफ से आने वाली पूर्वा हवाएं शुरू हो जाती हैं। इनमें नमी और ठंडक होती लेकिन साथ ही उमस भरी गर्मी भी लाती हैं। रविवार की गर्मी को असामान्य बताते हुए पलावत ने कहा, ‘अभी पश्चिमी हवाएं चल रही हैं जो पश्चिमी राजस्थान और मध्य पाकिस्तान से आ रही हैं, मध्य पाकिस्तान में बहुत ज्यादा गर्मी है, तापमान 48-49 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है, तो वहां से जो गर्म और शुष्क हवाएं हैं उससे यह लू जैसी स्थिति है, जलने जैसा लग रहा है। लेकिन पूर्वा हवाएं शुरू होते ही स्थिति बदल जाएगी।’

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