योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सीएम बनते ही मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया और सभी को अनुशासन में रहने की सीख दी थी। लेकिन सत्ता के नशे में चूर विधायकों पर इसका कोई असर पड़ता हुआ नहीं दिख रहा है। मंगलवार को राजधानी लखनऊ में बीजेपी विधायक ने ट्राफिक होमगार्ड के साथ मारपीट का मामला सामने आया। बीजेपी के विधायक श्रीराम सोनकर पर ट्राफिक होमगार्ड को थप्पड़ मारने का आरोप लगा है। एएनआई के मुताबिक विधायक वने-वे रूट पर गलत तरीके से जा रहे थे। जिसका होमगार्ड ने विरोध किया और उन्हें रोका। रोके जाने पर विधायक की होमगार्ड से बहस हो गई और उन्होंने होमगार्ड को थप्पड़ जड़ दिया।
ट्राफिक सब इंस्पेक्टर और मेट्रो इन चार्ज प्रेम शंकर शाही ने बताया, “मैंने विधायक से सही रूट से जाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कहा कि क्या मैं 300 मीटर जाने के लिए 3 किलोमीटर का सफर करूं। कहने के बावजूद भी विधायक उसी रूट से जाने के लिए अड़े रहे। मैंने कहा कि मैं आपको ऐसा नहीं करने दूंगा। जिसके बाद उन्होंने होमगार्ड को थप्पड़ जड़ दिया।” मामले की जानकारी होने के बाद लखनऊ के आईजी रेंज जेएन सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बीजेपी विधायक समेत सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बता दें कि सूबे में बीजेपी की सरकार आने के बाद से कई नेताओं और विधायक पुलिसवालों से भिड़ चुके हैं। कुछ समय पहले गोरखपुर के विधायक राधे मोहन दास अग्रवाल ने लेडी आईपीएस चारु निगम को फटकार लगाई थी। जिसके बाद उनकी आंखों से आंसू निकल आए थे। राधा मोहन दास अग्रवाल के मुताबिक आईपीएस ने कच्ची शराब के विरोध में प्रदर्शन करने वाली महिलाओं पर लाठीचार्ज कराया। इससे पहले बरेली के नवाबगंज से विधायक केसर सिंह गंगवार पर एक बैंक मैनेजर के साथ मारपीट कर उसे बंधक बनाने का आरोप लगा था। विधायक की इस दबंगई के बाद से बैंक कर्मचारी डरे गए। यह मामला दलेल नगर की बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा का था। इसी तरह के कई मामले सरकार बनने के बाद से सामने आ चुके हैं।