उत्तर प्रदेश सरकार में एक मंत्री को लगता है कि यूपी राम राज्य की तरफ कदम बढ़ा चुका है। योगी आदित्य नाथ सरकार में धार्मिक मामलों के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार की अयोध्या में नित्य रामलीला, वृंदावन में रासलीला और गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर भवन के निर्माण इस बात के संकेत हैं कि “राम राज्य” की स्थापना का प्रयास शुरू हो चुका है।
वरिष्ठ बीजेपी नेता से कहा योगी आदित्य नाथ सरकार पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार की तरह “तुष्टिकरण” की राजनीति नहीं कर रही है। मंत्री ने दावा किया कि योगी आदित्य नाथ “जनहित” में काम कर रही है। लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार ने गाजियाबाद में केवल हज यात्रियों के लिए हज हाउस बनवाया था लेकिन बीजेपी सरकार ने मानसरोवर यात्रा, चार धाम यात्रा या सिंधू यात्रा के लिए 50 करोड़ रुपये में कैलाश मानसरोवर भवन बनवाया।
चौधरी मथुरा की छाता विधान सभा से विधायक हैं। चौधरी ने कहा कि अयोध्या में रामलीला, वृंदावन में रासलीला और चित्रकूट में नियमित भजन-कीर्तन से “अपने आप समझ में आ जाता है कि ये जितने भी कदम बढ़ रहे हैं, ये सब राम राज्य की स्थापना की तरफ ही बढ़ रहे हैं।” चौधरी ने कहा कि मदरसों में केवल नमाज पढ़ना नहीं सिखाना चाहिए।
चौधरी ने कहा कि हमने अल्पसंख्यक कल्याण केलिए 550 करोड़ रुपये दिए हैं, 550 मदरसे हैं, सबके लिए एक-एक करोड़। मंत्री ने कहा कि “जो आदमी पढ़ने आया है वो बस नमाज पढ़ना सीख ले, ये कोई मदरसा की खूबी थोड़ी है।” मंत्री ने कहा कि मदरसे में छात्रों को तकनीकी शिक्षा भी देनी चाहिए।