जिस तरह शरीर की ताकत के लिए अच्छा खान-पान जरूरी होता है, उसी तरह सेना की ताकत के लिए अच्छे हथियारों का होना जरूरी होता है। लेकिन देश की सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 60 फीसदी से ज्यादा हथियार विदेशी होते हैं। ये बात कई लोगों को पता है, सिर्फ बाबा रामदेव को छोड़कर। जी हां अभी तक बाबा रामदेव को इस बात की जानकारी नहीं थी। लेकिन मंगलवार को जब बाबा रामदेव को इस बात का पता चला तो बाबा रामदेव हार्दिक पांड्या की तरह गुस्सा हो गए।
बाबा ने तुरंत एलान किया कि उनकी पतंजलि देश की सेना के लिए हथियार बनाएगी। बाबा ने दावा किया वो दुनिया में सबसे अच्छे हथियार बनाकर देंगे। लेकिन जब इस बात की खबर विपक्ष को लगी तो कई नेता बाबा पर टूट पड़े। सबसे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बाबा रामदेव को निशाने पर लिया। दिग्गी राजा ने कहा कि ये बाबा ढ़ोंगी है। अब यह बाबा व्यापारी बन गया है। न ही इस बाबा को योग आता है और न ही इसकी कंपनी पतंजलि कोई अच्छी चीज बनाती है। दिग्गी राजा ने उदारहण देते हुए कहा कि बाबा ने उनसे कहा था कि योग करो और पतंजलि की कुछ दवाई खाओ। आपके चश्मे हट जाएंगे और सिर के बाल उग जाएंगे। लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि हरियाणा में खरीदी गई जमीन पर हथियार की फैक्ट्री लगा कर रॉबर्ट वाड्रा भी देश की सेवा करना चाहते थे। उन्होंने लाइसेंस और ठेका हासिल करने के लिए अर्जी भी दी थी। लेकिन अमित शाह ने नरेंद्र मोदी से कह कर वाड्रा की अर्जी कैंसल करा दी और रामदेव को ठेका दिलवा दिया। प्रवक्ता ने कहा कि योग दिवस के दिन इशारों में रामदेव ने गुजरात में इस बात के संकेत भी दिए थे। कांग्रेेेस प्रवक्ता ने अपनी बात साबित करने के लिए रामदेव के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था- अमित शाह ने शरीर का वजन कम किया, पर राजनीतिक वजन इतना बढ़ा लिया कि कई विरोधियों की नींद उड़ गई।
उधर, अरविंंद केजरीवाल ने ट्वीट करके लिखा कि इस मामले में बीजेपी-कांग्रेस मिली हुई हैं। दोनों ने मिल कर सतेंदर जैन को दौड़ से बाहर करने के लिए साजिश की। बकौल केजरीवाल, अगर यह काम हमारे जैन साहब की कंपनियों को मिलता तो वो रामदेव और वाड्रा से कहीं कम कीमत में सेना के लिए अच्छा हथियार बना कर देते।केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का मोहल्ला क्लीनिक इसका उदारहण है। दुनिया भर में इसकी तारीफ हो रही है।
विपक्ष के सारे आरोपों और दावों को गलत बताते हुए सरकारी प्रवक्ता ने कहा है कि बाबा रामदेव को स्वदेशी चीजें बनाने में उनकी दक्षता को देखते हुए हथ्ाियार बनाने का काम सौंपा गया है। गोमुत्र से लेकर उपले तक बनाने में बाबा रामदेव का कोई सानी नहीं है। ऐसे में जब सेना के लिए स्वदेशी असॉल्ट राइफल बना रही कंंपनी दो बार फेल हो गई तो बाबा रामदेव की पतंजलि को जिम्मेदारी दी गई।