उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बहुचर्चित लोक भवन कैंपस में लोहे का गेट ढहने से सात साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई है। घटना बीते बुधवार (21 जून, 2017) हजरतगंज थाना क्षेत्र की है। मामले में यूपी राज्य निर्माण निगम ने जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं पुलिस ने बताया कि बच्ची की पहचान किरण के रूप में हुई है जोकि अपने परिवार के साथ अस्थाई कैंप में रह रही थी। बच्ची का परिवार लोक भवन निर्माण में मजदूरी का काम करता है। हजरतगंज पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर आनंद शाही ने बताया कि बच्ची का परिवार दहरादून के लखमीपुर खीरी का रहने वाला है। किरण के माता-पिता दोनों ही दिहाड़ी मजदूर हैं। वहीं लिखित शिकायत में अनीता ने पुलिस को बताया कि बुधवार सुबह करीब 10:30 बजे किरण लोहे के गेट पर झूला झूल रही थी।
इस दौरान गेट उसके ऊपर गिर गर गया जिससे वो मूर्छित होकर जमीन पर गिर गई। ये जगह लोक भवन जनरेटर हाउस के पीछे है। तब घटना स्थल पर काम कर रहे मजदूर उसे बचाने के लिए आए लेकिन उसके पैर की उंगलियां लोहे के गेट में बुरी तरह से फंसी हुई थी। किरण के सिर में भी काफी चोट आई थी। हालांकि उसे तुरंत सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
दूसरी तरफ लोक भवन में काम कर रहे राम सेवक ने बताया कि लोहे का दरवाजा अचानक बच्ची के ऊपर गिर गया और बच्ची उसमें दब गई। राम सेवक ने आगे बताया कि ठेकेदारों ने दरवाजे में घटिया स्तर के लोहे का इस्तेमाल किया था जिसकी वजह से बच्ची की मौत हो गई। जानकारी के लिए बता दें कि लोक भवन पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। आधुनिक तकनीकी से निर्मत इस बहुमंजिला लोकभवन को करीब 602 करोड़ रुपए खर्च कर बनाया गया है। लोकभवन को सूबे के मुख्यमंत्री के नए दफ्तर के रूप में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया है।