ईमयू ट्रेन में बीफ की अफवाह के बाद मारे गए बल्लभगढ़ निवासी जुनैद की मां शायरा ने इस घटना पर बात करते हुए कहा कि दरिंदों ने बहुत ही बर्बरता के साथ मेरे बेटे की हत्या की। दरिंदों ने जुनैद और उसके भाइयों से कहा कि तुम गोश्त खाते हो इसलिए तुम्हारे दीमाग में गोबर भरा हुआ है। इसके बाद आरोपियों ने हिंदू-मुस्लिम की बात करके उस कोच के यात्रियों को अपनी तरफ कर लिया और वे लोग भी बीफ खाने को लेकर ताने मारने लगे। आरोपियों ने पीड़ितों से कहा कि तुम्हारी जगह भारत में नहीं पाकिस्तान में है और तुम्हें वहीं चले जाना चाहिए। इसी बीच कुछ आरोपियों ने उनके सिर पर से टोपी उतारकर फेंक दी और उसे अपने पैरों से रौंदकर गंदा करने लगे।
शायरा ने कहा कि ईद को लेकर जुनैद काफी उत्साहित था। ईद के मौके पर नए कपड़े लेने के लिए वह अपने दोनों भाई और एक दोस्त के साथ दिल्ली गया था। गुरुवार को सदर बाजार से खरीददारी कर वे ईमयू ट्रेन से लौट रहे थे कि तभी तुगलकाबाद से कुछ लोग ट्रेन के उसी कोच में चढ़े जिसमें जुनैद, उसके भाई और दोस्त बैठे थे। शायरा ने बताया कि उनके कपड़ों को देखते ही उन आरोपियों ने अभद्र टिप्पणी करना शुरु कर दिया। वे लोग कहने लगे कि तुम्हें ट्रेन के अंदर नहीं बल्कि ट्रेन के ऊपर बैठना चाहिए। ट्रेन जैसे ही बल्लभगढ़ स्टेशन पर पहुंची तो जुनैद व उसके साथ के अन्य लोग उतर ही रहे थे कि आरोपियों ने पीछे से जुनैद को पकड़ लिया। जुनैद को आरोपियों द्वारा वापस अंदर खींचता देख उसके भाई और उसका दोस्त वापस ट्रेन में चढ़ गए।
इन आरोपियों ने अन्य यात्रियों को भी अपनी तरफ कर लिया था जिसके कारण किसी ने भी आगे आकर जुनैद व अन्य लोगों की मदद नहीं की। इसी बीच आरोपियों ने चाकू निकाल लिए और सभी पर हमला करना शुरु कर दिया। इसके बाद उन्होंने जुनैद व अन्य लोगों को असौती स्टेशन पर ट्रेन से फेंक दिया जिसके बाद किसी व्यक्ति ने एंबुलेंस बुलाकर उन्हें पलवल के अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में जुनैद की मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल हुए अन्य दो लोगों को दिल्ली के एम्स ट्रोमा सेंटर में रेफर कर दिया।