प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम से देश को संबोधित किया। यह उनका 33वां मन की बात का कार्यक्रम था। मोदी ने सबसे पहले जगन्नाथ यात्रा और ईद-उल-फ़ितर की बधाई दी। मोदी ने सिक्किम, हिमाचल, केरल, उत्तराखंड और हरियाणा के खुले में शौच से मुक्त होने पर बधाई दी। मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि अब स्वच्छता केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा, ये एक जन आंदोलन बन गया है। मोदी ने मुबारकपुर के मुस्लिम लोगों का भी जिक्र किया। जिन्होंने रमजान के महीने में अपने खर्चे पर शौचालय बनवाकर मिसाल पेश की।
पीएम मोदी ने 21 जून को मनाए गए योग दिवस का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा कि 21 जून को दुनिया के क़रीब-क़रीब सभी देशों ने योग के इस अवसर को अपना अवसर बना दिया। उन्होंने आगे कहा कि योग विश्व को जोड़ने का एक माध्यम बन गया है। मोदी ने कहा कि इस अवसर पर उन्हें परिवार की तीन पीढ़ीयों के योग करते हुए काफ़ी फ़ोटो मिले, उसमें से कुछ चुनिंदा फोटो NarendraModiApp पर रखे गए हैं।
मोदी ने कहा कि हम लोगों को गुलदस्ते की जगह किताब या खादी का रूमाल देकर मेहमानों का स्वागत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भी यही चाहते हैं कि लोग उनको फूल ना दें। मोदी ने कहा कि पढ़ाई के साथ खेलों में भी हमारी युवा पीढ़ियों को भविष्य दिखने लगा है, खिलाड़ियों के पुरुषार्थ और सिद्धि से देश का नाम रोशन होता है।
मोदी ने बैडमिंटन खिलाड़ी कादंबी श्रीकांत का भी जिक्र किया जिन्होंने इंडोनेशिया ओपन जीत कर देश का मान बढ़ाया। मोदी ने श्रीकांत और उनके कोच को बधाई दी। मोदी ने आगे कहा कि आज भारत केवल धरती पर ही नहीं, अंतरिक्ष में भी अपना परचम लहरा रहा है।