देश भर के कई शहरों में पीछले दिनों हुई भीड़ द्वारा की गई हत्याओं के खिलाफ कई महानगरों में विरोध प्रदर्शन किए गए। #NotInMyName नाम से किए गए इस प्रदर्शन में कई जाने माने लोग भी शामिल हुए। इसी विषय पर कई नेशनल चैनलों पर बहस भी की गई। इसी मुद्दे पर संघ विचारक राकेश सिन्हा, बीजेपी प्रवक्ता संजू वर्मा और पत्रकार राणा आयूब और तहसीन पूनेवाला शामिल थे। राणा ने बताया कि भारी बारिश के बावजूद हजार से ज्यादा लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए जो बताता है कि लोगों में इन हत्याओँ के लेकर गुस्सा है। इसके बाद उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता संजू वर्मा पर कमेंट कर दिया। राणा ने कहा कि 16 साल के लड़के की हत्या और उसके विरोध में हुए प्रदर्शन को नीचा दिखा रहा है राजनीतिक फायेदे के लिए। इसके बाद संजू वर्मा ने राणा आयूब की पत्रकारिता पर सवाल खड़ा कर दिया। उन्हें ट्रोल करने वाला, मोदी विरोधी बता दिया और उन्हें एयरटाइम देने पर ही सवाल खड़े कर दिए। इसके बादा राणा आयूब बहस ही छोड़ कर चली गई। बाद में राणा आयूब ने इस मुद्दे पर एक के बाद एक ट्वीट किए।
बहस में शामिल रकेश सिन्हा ने इसे अवॉर्ड वापसी 2 बताया। केरल में संघ कार्यकर्ताओं की चुप्पी पर सवाल खड़ा करते हुए राकेश सिन्हा ने सरकार विरोधी लोगों को घेरा। जब अलकायदा के साथ कोई पकड़ा जाता है। तब हम कहते हैं कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता लेकिन जब कोई भीड़ किसी को मारती है तो तो धर्म आ जाता है। बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक आ जाता है। हम समाज को बांट रहे हैं। अपराधी-अपराधी है। कुछ दिन पहले बल्लभगढ़ में एक 16 वर्षीय मुस्लिम जुनैद की ईद से पहले की गई हत्या के बाद इस मामले ने तुल पकड़ा है। दिल्ली के जंतर मंतर, मुबई, लखनऊ, कोलकाता और हैदराबाद, तिरूवनंतपुरम और बेंगलुरू जैसे शहरो में विरोध मार्च निकाला गया। दिल्ली के जंतर मंतर पर हुए प्रदर्शन में अच्छी संख्या में लोग इक्ट्ठा हुए। कई चैनल और दूसरे ऑनलाइन मीडिया ने इस प्रदर्शन को कवर किया।