लखनऊ. हाल ही में राजस्थान के चुरू में 5 स्टेट्स की पुलिस के वॉन्टेड गैंगस्टर आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ। इस ऑपरेशन ने देश की पुलिस की काबिलियत दुनिया के सामने फिर से हाईलाइट कर दी। यूपी पुलिस ने 1998 में ऐसे ही एक एनकाउंटर को अंजाम दिया था। गैंगस्टर श्रीप्रकाश शुक्ला ने तत्कालीन यूपी सीएम कल्याण सिंह को मारने के लिए 6 करोड़ रुपए की सुपारी ली थी। इसी गैंगस्टर और उसके एनकाउंटर के बारे में रीडर्स को बता रहा है। बहन से छेड़छाड़ ने बनाया श्रीप्रकाश को गैंगस्टर…
– श्रीप्रकाश शुक्ला मूलतः गोरखपुर का रहनेवाला था। पिता सरकारी स्कूल में टीचर थे। घर पर माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन भी थी।
– श्रीप्रकाश कॉलेज टाइम में पहलवानी भी किया करता था। उसके एनकाउंटर को अंजाम देने वाले आईपीएस अरुण कुमार ने बताया, “गली का एक मवाली उसकी बहन से छेड़छाड़ करता था। कभी राह चलते कमेंट पास करता, तो कभी बहन को देखकर सीटी बजाता। श्रीप्रकाश से यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उसने मवाली को टोका तो वह उसी से गाली-गलौच करने लगा। गुस्साए भाई ने उस मवाली का मर्डर कर दिया। इस तरह कॉलेज का एक लड़का क्राइम की दुनिया में शुमार हो गया।”
– 1993 में राकेश तिवारी नाम के उस मवाली का मर्डर करने के बाद श्रीप्रकाश बैंकॉक भाग गया था। एक साल तक वो वहीं छुपा रहा।
बिहार में मिला गॉडफादर
– अरुण बताते हैं, “मर्डर करने के लगभग एक साल बाद श्रीप्रकाश इंडिया लौटा था। लौटने के बाद उसकी मुलाकात बिहार के मशहूर माफिया रहे सूरजभान से हुई। उसने उन्हीं को अपना गॉडफादर बना लिया और पूरी तरह क्राइम के रंग में रंग गया। धीरे-धीरे उसने यूपी, बिहार, दिल्ली, वेस्ट बंगाल और नेपाल में गैरकानूनी धंधे शुरू कर दिए।”
– कभी शरीफ लड़का रहा यह गैंगस्टर फिरौती के लिए किडनैपिंग, ड्रग्स, लॉटरी और सुपारी किलिंग की घटनाओं को अंजाम देने के लिए चर्चा में रहा।
कॉलगर्ल्स का था शौकीन, फोन पर बातें करने में लुटाता था दौलत
– आईपीएस अरुण बताते हैं, “श्रीप्रकाश में हर बुरी आदत थी। वो कॉल गर्ल्स का शौकीन था। वो अपने गुर्गों को बताता था कि एक दिन में वो फोन से 5000 रुपए तक की कॉलिंग कर लेता है।”
– “इसके अलावा उसे हाई-स्पीड वाली स्पोर्ट्स कार और गोल्ड चेन पहनने का शौक था। वो फिल्मी जिंदगी जीना चाहता था।”