बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष इन दिनों राजनीतिक और कानूनी पचड़े में फंसे हुए हैं। एक तरफ चारा घोटाले में उन पर फिर से सभी मामलों में सुनवाई हो रही है दूसरी तरफ बेनामी संपत्ति मामले में बेटे-बेटियों समेत इनकम टैक्स डिपार्टमेन्ट के रडार पर हैं। इन सबके बीच महागठबंधन के बीच पड़ी गांठ उन्हें रह-रहकर परेशान कर रही है। शायद यही वजह है कि ईश्वर में अगाध आस्था रखने वाले लालू यादव के घर शनिवार को नौ पंडितों की एक टोली ढोल, हारमोनियम और अन्य वाद्य यंत्र लेकर पहुंची थी। कहा जा रहा है कि इन पंडितों ने वहां सुंदरकांड का पाठ किया है। ताकि लालू परिवार पर आई विपदा खत्म हो सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार की सुबह इन पंडितों को राजद अध्यक्ष के सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड में प्रवेश करते हुए देखा गया है। पंडितों की टीम में शामिल एक पुजारी ने मीडिया को बताया कि उनलोगों को वहां सुंदरकांड का पाठ करने के लिए बुलाया गया है। हालांकि, लालू यादव के पारिवारिक सूत्रों ने इस तरह के किसी तरह के धार्मिक अनुष्ठान से इनकार किया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने और बेनामी संपत्ति से जुड़े कई आरोप लगाए हैं। उनके आरोपों के बाद आयकर विभाग ने लालू यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार को समन जारी किया था। दो तारीख पर पेश नहीं होने के बाद आयकर विभाग ने दिल्ली स्थित उनकी एक प्रॉपर्टी को सीज कर दिया था। इसके बाद मीसा भारती आयकर विभाग के सामने पेश हुई थीं। तब विभागीय अधिकारियों ने उनसे करीब पांच घंटे तक पूछताछ की थी। उसके अगले दिन मीसा भारती के पति भी आयकर विभाग के सामने पेश हुए।
लालू यादव के दोनों बेटे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव पर भी बेनामी संपत्ति रखने और चुनाव आयोग में गलत हलफनामा देने के आरोप हैं। माना जा रहा है कि आयकर विभाग के अधिकारी लालू यादव के दोनों बेटों को भी समन जारी कर सकते हैं। अगर उनसे पूछताछ में कुछ गड़बड़ी मिली तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट उन पर कानूनी कार्रवाई कर सकता है।