राजदीप सरदेसाई ने सांसदों पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि जीएसटी का गुणगान करने वाले सांसदों ने क्या कभी टैक्स की चोरी नहीं की है? क्या इसके बाद उनकी मानसिकता में बदलाव आएगा। सरदेसाई के ट्वीट करने के बाद लोगों ने सरदेसाई से ही सवाल पूछने शुरू कर दिए और उन्हें लेने के देने पड़ गए। डार्क मैटर ने लिखा कि कितने पत्रकारों ने गलत खबर दिखाने के लिए दुकानें, कैश, प्रॉपर्टी और दूसरे फायदे लिए हैं। नेति ने लिखा कि मीडिया में होने के नाते तुमको उन पत्रकारों और मीडिया हाउसों के बारे में सच बताना चाहिए जो टैक्स की चोरी कर रहे हैं। राजा ने लिखा कि जीएसटी के विरोध में तुमने कितनी दुकानें बंद कराई हैं सरदेसाई।
संदीप बत्रा ने लिखा कि क्या आप यह दावा करने की कोशिश कर रहे हैं कि कभी कांग्रेस, आरजेडी के सांसदों ने टैक्स की चोरी नहीं की। इसीलिए वह जीएसटी का गुणगान नहीं कर रहे हैं। अंकुर ने लिखा कि सर कुछ नियम पत्रकारों पर भी लागू होते हैं। कुछ पत्रकारों ने पुरानी व्यवस्था में अपनी किस्मत चमकाई है। अंशुल मिश्रा ने लिखा कि इस बात पर एक बार आपकी भी जांच होनी चाहिए। सभी को पता होना चाहिए कि क्या आप एक पत्रकार बनने के लिए पर्याप्त ईमानदार हैं, क्या आप इसके लिए तैयार हैं या डर लग रहा है?