देशभर में 30 जून आधी रात को जीएसटी लांच किया गया जिसके बाद से ही इसे लागू कर दिया गया है। जहां एक तरफ बीजेपी के नेता जीएसटी आने की खुशियां मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर इससे प्रभावित हो रहे दुकानदार उन्हें खूब गालियां दे रहे हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक दुकानदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर गालियां दे रहा है। इस दुकानदार का कहना है कि हम मेहनत कर कमाई करते हैं और उस कमाई से अपना टैक्स भरते हैं। जो लोग भ्रष्टाचारी हैं उन्हें तो मोदी पकड़ते नहीं है जबकि उन्हें सब पता है कि कौन-कौन भ्रष्टाचारी है। हालांकि अभी यह नहीं पता चल पाया है कि यह वीडियो कहां का है।
इस वीडियो में जो व्यक्ति दिखाई दे रहा है वह कितने गुस्से में है यह तो उसके द्वारा दी जा रही गालियों से लगाया जा सकता है। इस दुकानदार का कहना है कि आदमी देश में मर रहा है। हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं न कि किसी के गुलाम हैं। इस देश में मोदी प्रधानमंत्री बने है तो हमारी वजह से बने हैं। हमने उन्हें बनाया है न कि उन्होंने हमें। मोदी को मैसेज करो, फोन करो बात करे मुझसे। देश में किसको नहीं पता कि किस नेता के पास कालाधन नहीं है। मोदी को भी पता है कि किसके पास कितना कालाधन है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद ने कितने जमीन घोटाले किए हैं क्या यह मोदी नहीं जानते हैं। ऐसे लोगों को नहीं पकड़ते और इन सब में एक आम आदमी पिस रहा है जो कि मेहनत कर अपना घर चला रहा है। हमारे पास सारे सबूत हैं कमाई का टैक्स भरते हैं। टैक्स से जुड़े सभी दस्तावेज हैं हमारे पास जिसे देखने हो देखले आकर।
जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) देश भर (जम्मू-कश्मीर को छोड़कर) में लागू हो चुका है। इसके तहत 20 लाख तक का व्यापार करने वालों को जीएसटी से मुक्ति मिलेगी। साथ ही 75 लाख तक के व्यापारी को जीएसटी में राहत मिलेगी। जीएसटी भारत की अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में बदलाव लाते हुए एकल बाजार में 2,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था और 1.3 अरब लोगों को जोड़ेगी। जीएसटी काउंसिल ने सभी वस्तुओं और सेवाओं को चार टैक्स स्लैब (5%, 12%, 18% और 28%) में बांटा गया है। काउंसिल ने 12011 वस्तुओं को इन चार वर्गों में रखा है। बता दें कि इस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जे एस खेहर, वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा तमाम केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे।