केरल के मशहूर एक्टर और सांसद इनोसेंट की महिलाओं पर कथित रूप से की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विवादों में घिर गए हैं। बीते बुधवार (5 जुलाई) को उनकी इस टिप्पणी पर बड़ा विवाद हो गया। उन्होंने मलयालम सिनेमा और कास्टिंग काउंच को लेकर यह टिप्पणी की थी जिसमें उन्होंने कहा, “कास्टिंग काउच मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में नहीं होता, यह तो सिर्फ कुछ बुरी महिलाओं की वजह से हो रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “पुराना जमाना जा चुका है। आज अगर किसी महिला के खिलाफ कुछ गलत होता है तो मीडिया को इसकी जानकारी तुरंत हो जाती है, लेकिन अगर कोई महिला बुरी है तो वह शायद बिस्तर तक जाने को भी तैयार रहे।”
इनोसेंट 2014 के लोसभा चुनाव में चलाकुडी क्षेत्र से निर्दलीय सांसद चुने गए थे। साथ ही वह एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) के प्रेसिडेंट भी हैं। इनोसेंट की इस टिप्पणी पर कई लोग और संगठन उनकी आलोचना कर रहे हैं। वुमेन इन सिनेमा (WCC) ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा, “कई नए आर्टिस्ट इंडस्ट्री में कई तरह के यौन शोषण का सामना करते हैं। हम उनके(इनोसेंट) इस बयान को नहीं मान सकते कि फिल्म इंडस्ट्री में किसी भी तरह का यौन शोषण नहीं होता।” WCC संगठन की स्थापना बीते साल की गई थी। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं द्वारा इसकी स्थापना की गई और एक्टर मंजू वारियर इसकी हेड हैं।
WCC संगठन ने फेसबुक पोस्ट के जरिए यह बात कही। संगठन ने यह भी कहा कि उनसे जुड़ी कई महिलाओं को इसका सामना करना पड़ा है। WCC संगठन की स्थापना बीते साल की गई थी। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं द्वारा इसकी स्थापना की गई थी और एक्टर मंजू वारियर इसकी हेड हैं। वहीं एक्टर इनोसेंट ने भी इस मामले को लेकर अपने फेसबुक के जरिए सफाई पेश करने की कोशिश की है। उन्होंने अपने स्टेटस में लिखा, “मेरे बयान के कुछ हिस्सों को गलत तरीके से मीडिया में पेश किया गया है। मेरे कहने का मकसद वो नहीं था जो प्रचारित किया जा रहा है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता था कि महिलाओं के लिए अब इंडस्ट्री में काम करना पहले के मुकाबले आसान हो चुका है। AMMA हर महिला विरोधी प्रैक्टिस का विरोध करेगा।”