Thursday, April 25, 2024
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जेल में शशिकला का किचन, डीआईजी ने डीजी को लिखा-

SI News Today

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की जगह उनकी पार्टी एआईएडीएमकी के कमान संभालने वाली वीके शशिकला इस समय बेंगलुरु की सेंट्रल जेल में भ्रष्टाचार की दोषी के तौर पर सजा काट रही हैं। लेकिन बुरा कर्म किए तो “जेल की रोटी” खानी पड़ेगी के मुहावरे को झुठलाते हुए शशिकला जेल में भी पंच सितारा भोजन पा रही हैं।  बेंगलुरु सेंट्रल जेल की वरिष्ठ अधिकारी डी रूपा की रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए शशिकला ने जेल में अपने लिए दो करोड़ रुपये घूस देकर एक विशेष रसोईघर बनवाया है। रिपोर्ट से इस बात के संकेत मिलते हैं कि जेल प्रशासन को इस गैर-कानूनी हरकत की जानकारी थी लेकिन उसने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।

डी रूपा की रिपोर्ट में कहा गया है कि अनुमान है कि एआईएडीएम की प्रमुख शशिकला ने इन विशेष सुविधाओ के लिए जेल के अधिकारियों को दो करोड़ रुपये की रिश्वत दी। रिपोर्ट के अनुसार ये भी अफवाह है कि शशिकला के दिए पैसे के लाभार्थियों में कर्नाटक के डीजी (जेल) एचएन सत्यनारायण राव भी हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी पाए जाने पर शशिकला को चार साल कारावास की सजा सुनाई थी।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार डी रूपा ने अपनी रिपोर्ट अपने बॉस सत्यनारायण राव को सौंपी थी लेकिन उन्होंने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। रूपा ने शशिकला द्वारा किए जा रहे कई नियमों के उल्लंघन का ब्योरा देते हुए मामले का शीघ्र-अति-शीघ्र संज्ञान लेने की बात लिखी थी। डीआईजी (जेल) के तौर पर कुछ ही हफ्ते पहले तैनात हुई डी रूपा ने 10 जुलाई को जेल का दौरा करके विस्तृत जांच की थी।

जेल के दौरे के बाद डी रूपा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, “कहा जा रहा है कि ये (विशेष किचन) आपकी जानकारी के बावजूद जारी है। ये भी अफवाह है कि इसके लिए दो करोड़ रुपये घूस दी गई है और इसमें आप पर लग रहे आरोप दुर्भाग्यपूर्ण हैं…इसलिए दोषी अफसरों को सजा मिलनी चाहिए।” एनडीटीवी ने जब डीजी (जेल) राव से इस रिपोर्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने ऐसी किसी रिपोर्ट के अब तक मिलने से इनकार करते हुए सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया। हालांकि एनडीटीवी ने दावा किया है कि रिपोर्ट की प्रति उसके पास मौजूद है।

रिपोर्ट के अनुसार ऐसी सुविधा पाने वाली शशिकला अकेली नहीं हैं। स्टांप घोटाले का दोषी अब्दुल करीम तेलगी अपने बैरक में तीन-चार सहायक रखता है। तेलगी इन सहायकों से अन्य कामों के अलावा हाथ-पैर दबवाता है, मालिश करवाता है। अदालत ने करीब छह महीने पहले व्हीलचेयर पर चल रहे तेलगी को सहायक रखने की अनुमति दी थी लेकिन स्वस्थ होने के बाद भी उसकी सुविधा जारी रखी गई। रिपोर्ट के अनुसार जेल निरीक्षक को कई बार इसके बारे में सूचित करने पर भी तेलगी की सुविधाएं नहीं हटवाईं गईं। डी रूपा की रिपोर्ट के अनुसार जेल के 25 अदृच्छया कैदियों को लिए गए ड्रग टेस्ट में 18 के नशा लेने की पुष्टि हुई।

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