उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा में मंगलवार को विस्फोटक पदार्थ मिलने की घटना पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा में चूक का एक बड़ा मामला है। उन्होंने इसे बड़ी साजिश बताते हुए एनआईए से मामले की जांच करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों का खुलासा होना चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम योगी ने कहा, “हम लोग अभी तक सिर्फ बाहर की सुरक्षा के प्रति ही चिंतित थे। लेकिन अब हमें विधानसभा की सुरक्षा के बारे में भी चिंता करनी चाहिए। सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जा सकता।” सीएम ने कहा कि सुरक्षा के लिए सिर्फ सरकार ही जिम्मेदार नहीं होती, इसके लिए आपसी सहमति भी जरूरी है।
क्या है मामला:
उत्तर प्रदेश सीएम ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा, “11 जुलाई को बजट सत्र प्रारंभ हुआ था। 12 जुलाई को प्रात: काल जब सफाई कर्मचारी आए तो संदिग्ध सामग्री प्राप्त हुई थी। आशंका व्यक्त की गई थी कि यह कोई रसायन हो सकता है। जांच में पता लगा कि यह एक खतरनाक विस्फोटक PETN था, जिसकी मात्रा 100-150 ग्राम थी। इसकी 500 ग्राम मात्रा ही पूरी विधानसभा को उड़ाने के लिए काफी है।”
क्या होता है PETN विस्फोटक:
यह एक शक्तिशाली प्लास्टिक विस्फोटक होता है। गंधहीन होने के कारण पकड़ना मुश्किल है। इसे मेटल डिटेक्टर और कुत्ते भी नहीं पकड़ पाते। दिल्ली हाईकोर्ट में हुए विस्फोट में इसका इस्तेमाल किया गया था। डेटोनेटर के जरिए होता है धमाका। सेना इस्तेमाल करती है, खनन उद्योग में भी होता है प्रयोग।
योगी आदित्य नाथ ने इसे आतंकी साजिश बताता हुए कहा कि विस्फोटक मिलने से पता लगता है कि कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं। इसके अलावा उन्होंने सभापति से गुजारिश की कि मोबाइल फोन और बैग विधानसभा के अंदर लाने पर रोक लगाई जाए। विधायक केवल डायरी लेकर अंदर आ पाएं।