लखनऊ: अल्लाह के दरबार में हाजिरी लगाने की तमन्ना के साथ हज यात्रियों का पहला जत्था 24 जुलाई को रवाना होगा। पहले दिन एक उड़ान से 300 यात्री राजधानी से मदीना जाएंगे। इसके बाद लगातार दो से चार उड़ानों से यात्रियों को सऊदी अरब रवाना किया जाएगा। हज रवानगी के अंतिम दिन आठ अगस्त को दो उड़ानों से 600 लोगों को भेजा जाएगा।
इस बार प्रदेश से कुल 29441 लोगों को हज यात्रा पर जाने का मौका नसीब होगा। यह यात्री राजधानी सहित दिल्ली व वाराणसी एंबारकेशन प्वाइंट से मदीना के लिए उड़ान भरेंगे। इसमें लखनऊ से 12400, दिल्ली से 11954 और वाराणसी से 5073 यात्रियों को रवाना किया जाएगा। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 16 दिनों में कुल 42 विमान उड़ान भरेंगे। हज यात्रा पर यात्रियों की रवानगी में 20 दिन से भी कम का समय शेष इै। 20 जुलाई तक सरोजनी नगर स्थित हज हाउस में स्टेट हज कमेटी का कार्यालय शिफ्ट हो जाएगा। इसके अलावा हज कमेटी ऑफ इंडिया, 18 बेड का अस्थाई अस्पताल, करेंसी चेंज करने के लिए बैंक काउंटर, सामान की जांच के लिए सऊदी एयरलाइंस के कैंप कार्यालय स्थापित होगा। हज हाउस में बने काउंटर से ही यात्रियों को वीजा-पासपोर्ट, आइडी, कड़ा व अन्य कागजात मिलेंगे।
एक खिदमतगार को मिलेगी इंट्री
हज कमेटी ने इस बार भी एक खिदमतगार को इंट्री की लिमिट तय की है। एक कवर नंबर पर जाने वाले हज यात्री अपने साथ केवल एक खिदमतगार को ही हज हाउस ला सकते हैं। हाउस में प्रवेश से पहले यात्रियों व उनके साथ आने वाले व्यक्ति को इंट्री पास बनवाना होगा। बिना इंट्री पास हज हाउस में प्रवेश नहीं मिलेगा। इंट्री पास के लिए चार काउंटर खोले जाएंगे।
एसी बसों से जाएंगे यात्री
इस बार हज हाउस से हवाई अड्डे तक यात्रियों को एसी बसों से ले जाया जाएगा, जबकि, अभी तक साधारण बसों से उनको एयरपोर्ट पहुंचाया जाता था। यह बसें उड़ान से चार घंटे पहले एयरपोर्ट के लिए निकलेंगी।
48 घंटे पहले होगी रिपोर्टिग
अपनी उड़ान से दो दिन पहले यात्रियों को हज हाउस पहुंचकर अपनी रिपोर्टिग करनी होगी। पहले दिन 24 जुलाई को रवाना होने वाले यात्रियों को 22 जुलाई को हज हाउस पहुंचाना होगा। इसके बाद आगे की औपचारिकताएं हाउस में रुककर ही पूरी करनी होगी। हज हाउस में यात्रियों के ठहरने के लिए विशेष व्यवस्था होगी। साथ ही यात्रियों के खाने के लिए कैंटीन भी होगी।