जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में मंगलवार को एक सैनिक द्वारा एक सैन्य अधिकारी की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है। अधिकारी और जवान दोनों ही राष्ट्रीय राइफल आर्मर्ड कॉप्स से ताल्लुक रखते हैं। इस घटना को भ्रातघातक माना जा रहा है, जिसका मतलब है किसी व्यक्ति द्वारा एक ही सेना के होने के बावजूद अपने किसी साथी या अधिकारी की हत्या कर देना। फिलहाल जवान को हिरासत में ले लिया गया है और इस मामले की जांच की जा रही है। आपको बता दें कि पिछले एक साल में यह तीसरी घटना है जहां पर किसी सैन्य कर्मी द्वारा अपने सहकर्मी की जान ली गई है।
मृतक की पहचान मेजर रैंक के अधिकारी शिखर थापा के रूप में की गई है। खबर के अनुसार थापा 71 आर्मर्ड रेजिमेंट से थे और इसके साथ ही वे 8 राष्ट्रीय राइफल के साथ जुड़े हुए थे। उनकी तैनाती उरी के इंडो-पाक बॉर्डर पर थी। थापा ने एक जवान को लाइन ऑफ कंट्रोल के पास अपने फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा। थापा ने उसका फोन छीन लिया और उसकी शिकायत कमांडिग ऑफिसर से करने की बात कही।
इस बीच दोनों के बीच हाथापाई हुई जिसमें जवान का फोन टूट गया। इसे लेकर थापा और जवान के बीच काफी बहसबाजी हुई। फोन टूट जाने के कारण गुस्से से भरे जवान ने एके 47 से शिखर थापा में पांच गोली मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल अभी आरोपी जवान की पहचान नहीं हो पाई है। इस मामले की जांच कर रहे सैन्य अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही घटना की जांच पूरी कर ली जाएगी और सभी को सूचित कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि जहां पर जवान ड्यूटी को छोड़कर फोन का इस्तेमाल कर रहा था वह काफी संवेदनशील इलाका है। पाकिस्तान की तरफ से आए दिन सीजफायर का उल्लंघन किया जाता है, जिसमें स्थानीय लोगों और भारतीय जवानों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है।