Thursday, April 25, 2024
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अपने प्यार का अहसास बढ़ाये ऐसे

SI News Today

दांपत्य जीवन को सफल रूप से चलने के लिए जरुरी है की रिश्ते में मधुरता हो। सफल दांपत्य के लिए यह बहुत आवश्यक है की जब आपकी गलती हो तो उसे स्वीकार कीजिए और जब आप सही हों तब भी चुप रहिए। दांपत्य जीवन में एक-दूसरे का ख्याल रखकर और एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करके इस रिश्ते को हमेशा मधुर बनाए रखा जा सकता है। पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार का अहसास लगातार बढ़ता रहे इसके लिए कुछ बातो को ध्यान में रखना चाहिए।

प्यार का इजहार
किसी ने सही कहा है कि प्यार को केवल शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता, उसे महसूस भी किया जा सकता है। इसके बावजूद कभी-कभी प्यार का इजहार करना भी जरूरी होता है। आजकल दोनों के कामकाजी होने के कारण कार्य संबंधी दबाव बहुत रहता है। ऐसे में प्यार का इजहार और भी जरूरी हो जाता है। कभी एक-दूसरे के लिए कोई लव नोट लिख सकते हैं। एक-दूसरे को रोमांटिक एसएमएस कर सकते हैं। इस संदर्भ में एक बात का ध्यान रखें कि प्यार आपस में शेयर करने की चीज है न कि दूसरों को दिखाने की। इसलिए इसकी शेयरिंग गोपनीय ही होनी चाहिए। सोशल साइट्स पर प्यार का इजहार न करें।

बच सकते हैं तनाव से
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव हर पल हमारा पीछा करता है। जाहिर है दांपत्य जीवन भी इससे अछूता नहीं रह सकता। इस समस्या का सटीक समाधान है आपसी बातचीत। अपने जीवनसाथी के साथ हर बात बांटिए और उन्हें भी इसके लिए प्रेरित करें। हालांकि रिलेशनशिप एक्सपट्र्स का कहना है कि बातचीत के दौरान कोई ऐसी बात न करें, जो विवाद उत्पन्न करने वाली हो।

पहल करने में संकोच कैसा
अगर आप दोनों में कभी किसी बात को लेकर मनमुटाव हो जाता है तो अपने साथी की तरफ से बात करने का इंतजार करने की बजाय बेहतर होगा कि स्वयं ही पहल कर दें। यह नियम दोनों पर समान रूप से लागू होता है। कई बार रिश्तों में काफी कड़वाहट केवल इसलिए आ जाती है, क्योंकि एक साथी इंतजार करता रहता है कि दूसरा पहल करे। दूसरा यह सोचता कि मैं ही हमेशा क्यों पहल करूं। पहले पहल करने से कोई छोटा नहीं हो जाता है। इसलिए जब भी आपस में थोड़ा सा भी मनमुटाव आए तो पहल करने में संकोच न करें।

कर सकते हैं ऑफिस की बात
बहुत से लोग मानते हैं कि ऑफिस की बातें घर में करने से घर का माहौल खराब होता है, लेकिन यह बात पूरी तरह सही नहीं है। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि समय के साथ बहुत सी चीजें बदलती रहती हैं। पहले के दौर में केवल पुरुष ही कामकाजी होते थे, पर समय के साथ इसमें बदलाव आया और आजकल महिलाएं भी बराबर की भागीदारी कर रही हैं। ऐसे में ऑफिस की बात घर पर करना कोई खतरनाक मुद्दा नहीं रहा। हो सकता है कि ऑफिस में दोनों के पास काम के चलते तनाव रहता हो। अगर दोनों घर पर अपने तनाव के बारे में चर्चा करते हैं तो उनका तनाव दूर ही होगा। साथ ही दोनों एक-दूसरे को किसी समस्या का कोई न कोई हल भी निकाल सकते हैं। इसलिए आपसी झिझक तोड़ते हुए दोनों एक-दूसरे से यह जानने की कोशिश करें कि उसका दिन कैसा रहा, कोई समस्या तो नहीं है। एक-दूसरे के साथ परेशानियां बांटने पर मन हल्का होता है।

सरप्राइज भी है जरूरी
एक-दूसरे को सुखद सरप्राइज देने से आत्मीयता और बढ़ती है। यह सरप्राइज कुछ भी हो सकता है, मसलन एक-दूसरे की पसंद की कोई डिश, चॉकलेट, मीठा पान, मूवी का प्लान, मनपसंद गानों की सीडी, कहीं घूमने का प्रोग्राम, लांग ड्राईव, कोई अन्य गिफ्ट। ये छोटी-छोटी बातें रिश्ते को मजबूत बनाती हैं। गिफ्ट के मामले में एक बात का ध्यान रखें कि जरूरी नहीं कि गिफ्ट महंगा ही हो। गुलाब का एक फूल या फूलों का गजरा जो खुशी देगा, उसकी किसी महंगे गिफ्ट से कोई तुलना नहीं की जा सकती है।

अनुभव की साझेदारी
अनुभव की साझेदारी रिश्तों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुलाकात का पहला दिन, रिंग सेरेमनी, मैरिज एनिवर्सरी जैसे अनुभवों को याद करना और उन पर बात करना रिश्तों रूपी इमारत में सीमेंट का काम करता है। अनुभवों की साझेदारी से एक-दूसरे के प्रति विश्वास बढ़ता है और यह संबंधों को और पुख्ता बनाती है।

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