स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक इश्कबाज के अब तक 300 से ज्यादा एपिसोड प्रसारित किए जा चुके हैं और यह इस शो में दर्शकों की दिलचस्पी लगातार बनी हुई है। ललित मोहन निर्देशित इस शो की कहानी ओमकारा, रुद्रा और शिवाय नाम के तीन भाइयों की है। शो में अहम भूमिका निभा रहे हैं नकुल मेहता, लीनेश मट्टो, कुणाल जयसिंह और श्रेनु परीक्ष। तो आइए आज आपको बताते हैं कि इस शो में आखिर ऐसा क्या है जो दर्शकों के लिए इस शो को खास बनाता है।
शो की कहानी- शिवाय (नकुल मेहता), ओमकारा (कुणाल जयसिंह) और रुद्रा लीनेश मट्टू) चचेरे भाई हैं लेकिन उनकी तिकड़ी सगे भाइयों से भी मजबूत है। कहानी के ये किरदार रामायण के राम, लक्ष्मण और भरत की तरह एक दूसरे से प्यार करते हैं। कहानी का उद्देश्य भाइयों के बीच प्यार को दिखाना और बढ़ाना है। इससे पहले धारावाहिक दहलीज में भी हम इस तरह की कहानी देख चुके हैं।
शिवाय और अनिका के बीच नफरत- शिवाय यानि नकुल मेहता और अनिका यानि सुरभि चंदा एक दूसरे से नफरत करते हैं। लेकिन नफरत से प्यार का जन्म होना कहानियों में बहुत पुराना प्लॉट रहा है। इस शो में इसी प्लॉट को बिलकुल नए तरीके से पेश करने की कोशिश की गई है। तो ये नफरत प्यार में किस तरह बदलती है, यह भी शो को लगातार दिलचस्प बनाता है।
कॉमेडी और ह्यूमर का सटीक मिश्रण- रुद्रा का अंदाज हो या पिंकी की अंग्रेजी, टिया का बर्ताव हो या अनिका की बुआ की नौटंकी, इश्कबाज सीरीयल में ह्यूमर और कॉमेडी का बिलकुल सही अनुपात रखा गया है। यह शो में वैराइटी को लगातार बनाए रखता है जिससे दर्शक बोर नहीं होने पाते।
विशालकाय सेट और एपिक लाइफस्टाइल- विशालकाय सेटों पर शूट किए गए शोज की यदि कहानी सही हो तो यह आपको एक अलग ढंग से खुद को बांधता है। शो में दिखाया गया लाइफस्टाइल और विशालकाय सेटों की भी इसमें अहम भूमिका है।
एक्टिंग- किसी भी धारावाहिक या फिल्म की कहानी चाहे कितनी भी अच्छी क्यों ना हो यदि एक्टर्स इसे ठीक ढंग से पर्दे पर नहीं उतार पाते तो सब बेकार हो जाता है। एक्टर्स से यह काम करवाने की जिम्मेदारी होती है निर्देशक की। शो में एक्टर्स और निर्देशक दोनों ही इस जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभा रहे हैं।
तो ये हैं वो खास वजहें जिसके चलते यह शो लगातार सभी की पसंद बना हुआ है। तो उम्मीद करते हैं कि यह शो आपको रात 10 बजे इसी तरह एंटरटेन करता रहे।