अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक हफ्ते के अंदर दो अलग-अलग घटनाओं में दो सिख अमेरिकी नागरिकों की हत्या कर दी गई। यह जानकारी सामुदायिक संगठनों और मीडिया की खबरों में दी गई है। सुबाग सिंह (68) 23 जून की सुबह लापता हो गए थे जिसके बाद वह एक नहर में मृत पाए गए। उनके शरीर पर जख्म के निशान हैं। कैलिफोर्निया के विधि प्रवर्तन अधिकारियों ने बताया कि वह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि बुजुर्ग सिख की हत्या के पीछे किसका हाथ है।
एक अन्य घटना में एल्क ग्रोव के रहने वाले 20 साल के सिमरनजीत सिंह की गत 25 जुलाई को गैस स्टेशन के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई जहां वह काम करता था। सैक्रेमेंटो बी न्यूज के मुताबिक सिंह को उस व्यक्ति ने गोली मारी जिसने पहले उसके सहकर्मी पर हमला किया था।
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (एसएएलडीईएफ) ने कहा, ‘‘दोनों घटनाओं की जांच से इस समय तक साफ नहीं हुआ है कि क्या ये हमले नस्लवाद से प्रेरित थे, लेकिन हम स्थानीय तथा संघीय दोनों विधि प्रवर्तन अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं ताकि सुनिश्चित कर सकें कि इन हत्याओं की गहराई से जांच की जाए और पूरा महत्व देते हुए मामलों पर ध्यान दिया जाए।’’
वहीं दूसरी घटना बैटन रूज से है। यहां लुइसियाना जेल से भागने के बाद एक कैदी ने सहायक वार्डन की सौतेली पुत्री का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी। अधिकारियों ने बताया कि बाद में पुलिस के साथ झड़प के बाद वह कैदी मृत पाया गया। क्लेबॉर्न पैरिश शेरिफ कार्यालय ने एक बयान में कहा कि डेल्टा हेंडरसन (39) गुरुवार की दोपहर डेविड वेड सुधार केन्द्र से भाग गया। इसके बाद उसने एक कार चुराई और अमांडा कार्नी का अपहरण कर लिया।
उन्होंने बताया कि बाद में उस 18 वर्षीय लड़की का शव कारागार के पास जंगली क्षेत्र में पाया गया। हेंडरसन ने यहां अपनी कार भी तोड़ दी थी। शेरिफ केन बेली ने कहा कि जांचकर्ताओं को लगता है कि हेंडरसन ने चाकू मारकर कार्नी की हत्या कर दी, लेकिन अभी वे पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।