केरल में बीती शनिवार (29 जुलाई, 2017) रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता की हत्या मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। दूसरी तरफ हत्या के विरोध में आज (30 जुलाई, 2017) भाजपा ने राज्य स्तर पर हड़ताल का ऐलान किया है। घटना के एक दिन बाद केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने केरल में राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर होने वाले हमलों पर चिंता जताई और कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा अस्वीकार्य है। मामले में गृहमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से भी बात की है। दूसरी तरफ राजनाथ से मुलाकात के बाद सीएम ऑफिस ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा है, ‘मुख्यमंत्री ने उन्हें सूचित किया कि राज्य सरकार आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करेगी, फिर चाहे वह कोई भी हों। राजनाथ सिंह ने इस रूख पर संतोष जताया है।’ गौरतलब है कि एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी के नेतृत्व वाले एक गिरोह ने बीती देर रात आरएसएस के कार्यकर्ता राजेश पर हमला कर उनकी हत्या कर दी। उनका बायां हाथ काट दिया गया और उनके शरीर पर कई घाव थे। पुलिस का कहना है कि हिरासत में लिए गए लोगों में घटना का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी शामिल है। सभी को आज सुबह ग्रामीण कत्ताक्कड़ा से हिरासत में लिया गया। शहर पुलिस के आयुक्त जीएस कुमार ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ चल रही है। जल्द ही सच सामने आ जाएगा। जीएस कुमार ने आगे बताया कि अभी पांच लोग पुलिस हिरासत में हैं। जल्दी एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जांच में पता चलेगा कि अपराध में कुल कितने लोग शामिल थे।
दूसरी तरफ घटना के विरोध में भाजपा द्वारा आज हड़ताल से राज्य काफी प्रभावित रहा। सरकारी और निजी बसें सड़कों से नदारद रहीं, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे। राज्य के कुछ हिस्सों से वाहनों पर पथराव की छिटपुट घटनाओं की सूचना है। हड़ताल से अनजान लोग जब रेलवे स्टेशन पर उतरे तो उनके लिए अपने घर पहुंचना मुश्किल हो गया। हालांकि केरल भाजपा के अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन का आरोप है कि हमले के पीछे माकपा का हाथ है। हत्या को बर्बर करार देते हुए राजशेखरन ने कहा कि यह आरएसएस और भाजपा को खत्म करने के लिए की जा रही ‘विनाश की राजनीति’ है। उन्होंने कहा कि भाजपा मामले को प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष उठाएगी। वहीं माकपा के जिला नेतृत्व ने हमले में पार्टी की किसी भी भूमिका से इनकार किया है।