लखनऊ: समाजवादी पार्टी से निष्कासित राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का अभी पार्टी से मोह भंग नहीं हुआ है। अमर सिंह को अब तो समाजवादी पार्टी का भविष्य ही खतरे में लग रहा है। उनकी राय है कि अगर पार्टी की कमान एक बार फिर से नेताजी (मुलायम सिंह यादव) संभाल लें तो फिर बात कुछ बन सकती है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के तीन दिन के लखनऊ प्रवास के दौरान समाजवादी पार्टी के दो विधान परिषद सदस्यों के इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी में जाने को अमर सिंह सपा के लिए खतरे की घंटी मान रहे हैं। समाजवादी पार्टी के भारतीय जनता पार्टी में जाने वाले यशवंत सिंह के साथ बुक्कल नवाब को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने दगाबाज कहा था।
इनके बाद अब अमर सिंह ने इस प्रकरण पर एक कदम आगे बढ़ाकर बयान दिया है। अमर सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के बिना समाजवादी पार्टी का भविष्य अंधेरे में है। पार्टी काफी खतरे में है। समाजवादी पार्टी से निष्कासित अमर सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी को आगे ले जाने की ताकत सिर्फ मुलायम सिंह में ही है। लोग कह रहे है कि समाजवादी पार्टी अब पहले जैसी नहीं रही इसी कारण धीरे-धीरे नेता उससे दूर हो रहे है। अभी करीब आधा दर्जन और लोग पार्टी को छोडऩे की लाइन में हैं।
अमर सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनी है तो उसके लिए मैंने और मुलायम सिंह ने बहुत मेहनत की थी। अमर सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव औरंगजेब है जिनके सिर में सत्ता चली गयी है। अमर सिंह ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तुलना शाहजहां से भी की। जैसे औरंगजेब ने पिता शाहजहां को कैद कर सत्ता ली थे वैसा उन्होंने भी किया।
अमर सिंह ने कहा कि जब मुलायम सिंह यादव भी अखिलेश के खिलाफ थे, मैंने ही उसकी शादी में मदद की। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को सत्ता भी दी गयी मगर वो उसको ठीक से नहीं संभाल सके थे। मजबूत शासन मिलने के बाद भी उन्होंने गंवा दिया। अब पार्टी बेहद खतरे में है।