बरेली: दहेज के लालच में रस्मो-रिवाज के साथ निकाह किया और पत्नी को तलाक दे दिया। बाद में कोर्ट-कचहरी के डर से हलाला करा फिर निकाह किया। लेकिन बाद में फिर उसे घर से निकाल दिया। पीडि़ता ने न्याय के लिए सामाजिक संस्था मेरा हक फाउंडेशन का दरवाजा खटखटाया है।
संगठन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने उसके हक की लड़ाई लडऩे की बात कही है। बारादरी क्षेत्र के पुराना शहर निवासी तारा बी का निकाह वर्ष 2012 में मुहल्ले के ही अकबर उर्फ विक्की से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ससुराल में दहेज के लिए मारपीट शुरू हुई तो आजिज तारा बी ने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ का केस दर्ज करा दिया। इससे नाराज पति ने तलाक दे दिया।
कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पति ने उसे समझाकर मामला खत्म कराया और हलाला करा दोबारा शादी कर ली। लेकिन अब प्रताडऩा फिर से बढ़ गई। तारा बी अपनी चार साल की बेटी के साथ एक बार फिर से मायके आकर रह रही हैं।