पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को पार्टी महासचिव अहमद पटेल को राज्य सभा में भेजने में मदद का प्रस्ताव दिया लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उसे ठुकरा दिया। ममता बनर्जी के बेहद करीबी टीएमसी नेता ने ये जानकारी दी। एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, “पटेल के अपने गृह प्रदेश से भागने का संदेश नहीं जाना चाहिए। गुजरात विधान सभा चुनाव से पहले स्थानीय कांग्रेस इकाइयों के मनोबल को बनाए रखने के लिए ये जरूरी है।”
टीएमसी के सूत्र के अनुसार गुजरात में कांग्रेस के विधायक दल के नेता शंकर सिंह वाघेला और पार्टी के छह अन्य विधायकों के पार्टी से अलग होने के बाद ममता ने ये प्रस्ताव दिया। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने साजिशन कांग्रेस विधायक तोड़े हैं। कांग्रेस ने अफने बाकी बचे 44 विधायकों को राज्य सभा चुनाव के लिए मतदान तक टूट-फूट से दूर रखने के लिए कर्नाटक भेज दिया था। गुजरात से राज्य सभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं जिनके लिए आठ अगस्त को चुनाव होना है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सूचनां एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी भी गुजरात से राज्य सभा चुनाव लड़ रहे हैं।
दोनों बीजेपी नेताओं की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस विधायक बलवंत सिंह राजपूत को भी गुजरात से राज्य सभा चुनाव में उतारा है। राज्य सभा पहुंचने के लिए हर नेता को 45 वोटों की जरूरत होगी। राजपूत ने पिछले हफ्ते बीजेपी की सदस्यता ले ली। राजपूत के चुनाव में उतरने से तीसरी सीट के लिए अहमद पटेल की दावेदारी पर संदेह के बादल मंडराने लगे। अहमद पटेल अगर चुनाव जीतते हैं तो वो लगातार पांचवी बार राज्य सभा के सदस्य बनेंगे।
ममता के करीबी नेता के अनुसार पश्चिम बंगाल की सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अहमद पटेल को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया था और वो सीएम ममता की बात मान लेते तो गुजरात वाली स्थिति से बचा जा सकता था। अहमद पटेल के बंगाल से चुनाव लड़ने की बात साफ होने पर ममता ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप भट्टाचार्य को राज्य की छठी राज्य सभा सीट के लिए समर्थन देने का ऐलान किया है। ममता ने कहा, “हमारे पांचों उम्मीदवार जीतेंगे और छठवीं सीट के लिए हम प्रदीप भट्टाचार्य का समर्थन करेंगे।” आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के एक नेता ने इंडियन एक्सप्रेस कहा, “बीजेप चुनाव में गैर-संसदीय तरीके अपना रही है।”