राष्ट्रपति चुनाव में गलती से सबक लेते हुए भाजपा सांसदों ने उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए गुरुवार (3 अगस्त) को संसद परिसर में वोटिंग का रिहर्सल किया। इसके लिए सभी सांसदों को बताया गया था कि कैसे बैलेट पेपर पर प्रिफ्रेंशियल वोटिंग दी जाती है। बता दें कि 17 जुलाई को संपन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव में 21 सांसदों और 56 विधायकों का वोट रद्द कर दिया गया था। इनमें से कई बीजेपी के सांसद भी थे। इन सांसदों-विधायकों ने गलत तरीके से बैलेट पेपर पर गोला-बिंदी लगाया था। इस खबर के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जताई थी और बीजेपी अध्यक्ष से सांसदों को ट्रेनिंग देने को कहा था।
माना जा रहा है कि पीएम के इसी दिशा-निर्देश के बाद गुरुवार को संसद भवन के एक कक्ष में बीजेपी सांसदों से मॉक वोटिंग कराई गई। इस दौरान उन्हें वरीयता के अनुसार कैसे वोट देना है, इस बारे में बताया गया। राष्ट्रपति चुनाव में कॉमा, पूर्ण विराम या गोला, बिन्दी लगाकर कुल 20192 कीमत के वोट खराब किए गए थे।
गौरतलब है कि पांच अगस्त यानी शनिवार को देश के 15वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए वोटिंग होनी है। इसमें लोकसभा और राज्य सभा के सभी सांसद (मनोनीत सांसद भी) वोटिंग करते हैं। यानी लोकसभा के सभी 545 सांसद और राज्य सभा के सभी 245 सांसद उप राष्ट्रपति के निर्वाचक होते हैं। मौजूदा समय में लोकसभा और राज्यसभा में दो-दो सीटें काली हैं। इस पद पर चुनाव का परिणाम भी पांच अगस्त को ही शाम तक आ जाएगा। मौजूदा उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
खबर यह भी है कि उप राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (4 अगस्त) शाम एनडीए के सभी सांसदों से मुलाकात करने वाले हैं। संसद भवन के जी.एम.सी बालयोगी सभागार में पीएम इन सांसदों से मिलकर उन्हें उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एम वेंकैया नायडू को समर्थन देने के लिए धन्यवाद कहेंगे और उन्हें नायडू को समर्थन देने के लिए प्रतिज्ञा भी दिलवाएंगे। इस बीच जेडीयू ने कहा है कि एनडीए में शामिल होने के बावजूद पार्टी के सांसद पूर्व फैसले के मुताबिक विपक्ष के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को ही वोट करेंगे। जेडीयू के लोकसभा में दो और राज्यसभा में 10 सांसद हैं।