5 अगस्त को चीनी मुक्केबाज जुल्पिकार मैमेतिअली को हराकर डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट खिताब जीतने वाले भारतीय स्टार बॉक्सर विजेंदर सिंह ने अपनी लगातार नौवीं जीत दर्ज की। वह आज तक अपने प्रोफेशनल बॉक्सिंग करियर में कभी कोई फाइट नहीं हारे हैं। लेकिन शायद आप चुनकर चौंक जाएं कि पेइचिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर की पत्नी ने आजतक उनका कोई मैच नहीं देखा। अब आप सोच रहे होंगे आखिर क्यों? एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू विजेंदर की पत्नी ने कहा कि वह अपनी पति को दर्द सहते नहीं देख सकतीं। उन्हें यह भी डर है कि अगर वह विजेंदर का मैच देखेंगी तो वह हार सकते हैं। अर्चना ने कहा कि वह चाहती हैं कि उनके पति अपने सभी मैच जीतें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं मैच देखूं या नहीं।
इंटरव्यू में अर्चना ने कहा, जब भी कोई उनसे पूछता है कि वह अपने पति का मैच क्यों नहीं देखती तो वह कहती हैं कि अभी उनका बेटा अबीर छोटा है तो उनकी देखभाल के लिए उन्हें घर पर ही रहना पड़ता है। अर्चना के मुताबिक उनकी खेल में दिलचस्पी नहीं है। साथ ही उन्हें यह भी पता नहीं होता कि विजेंदर का मैच कब प्रसारित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि शादी के बाद जब विजेंदर लंदन ओलिंपिक में भाग लेने गए तब वह जानती थीं कि मैच किस वक्त प्रसारित होगा, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने मैच नहीं देगा। उन्होंने इस मैच का हाल अपने भाई से पूछा।
गौरतलब है कि विजेंदर और मैमेतिअली के बीच टाइटल बेल्ट को लेकर मुकाबला हुआ था। यह मैच 10 राउंड तक चला था। आखिर में विजयी क्रम जारी रखते हुए विजेंदर ने अपना खिताब तो बचा ही लिया, साथ ही अपने विपक्षी का डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मीडिल वेट खिताब भी हासिल कर लिया था। यह दोहरा खिताबी मुकाबला था, जिसमें जीतने वाला खिलाड़ी अपने खिताब को बचाने के साथ ही दूसरे का खिताब जीतने का हकदार था। खिताब जीतने के बाद सिंह ने कहा था, मैं यह टाइटल नहीं चाहता। मैं इसे जुल्पीकर को लौटाना चाहता हूं। मैं इस जीत को भारत-चीन की दोस्ती को समर्पित करता हूं। बॉर्डर पर कुछ तनाव है। हमें शांति चाहिए।