लखनऊ: राजधानी के बसपा सरकार के कार्यकाल में महापुरुषों के नाम पर बनाए गए स्मारक एवं पार्को में घूमना-फिरना अब महंगा हो जाएगा। स्मारक प्रबंधन समिति की बैठक में गुरुवार को पार्को में लगने वाला प्रवेश शुल्क बढ़ा दिया गया। बढ़ी दरें एक अक्टूबर से लागू होंगी।
अभी तक बौद्ध बिहार का टिकट पांच रुपये था जो बढ़कर दस रुपये हो गया है। इसके अलावा अन्य सभी पार्को में पड़ने वाला दस रुपये का टिकट 15 रुपये हो गया है। अभी तक ये दरें वर्ष 2011 के समय से चल रहीं थी। एलडीए को सभी पार्को में आने वाले पर्यटकों द्वारा सालाना टिकट खरीदने के एवज में दो करोड़ रुपये की आय हो रही थी जो अब बढ़ जाएगी।
ये फैसले भी हुए
स्मारक व पार्को में सुरक्षा वाहिनी को पार्को के बाहर यातायात व्यवस्था तथा आगंतुकों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी दी गई।
– कर्मचारियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत तय किए जाने के लिए बॉयोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी और कार्यस्थल पर ही मशीनें लगेंगी।
– स्मारक समिति के लिए सृजित पदों की निरन्तरता विस्तारित किए जाने पर सहमति जताते हुए प्रस्ताव शासन भेजा जाएगा।
– कर्मचारियों को वर्ष-2011 से वर्ष-2015 तक महंगाई भत्ता एवं वार्षिक वेतन वृद्धि के सापेक्ष बकाया एरियर राशि की माग शासन से किए जाने पर सहमति बनी।