लखनऊ : केजीएमयू के पल्मोनरी विभाग से गायब हुए ऑक्सीजन सिलेंडर का कुछ भी पता नहीं चला। ऐसे में कुलपति व कुलसचिव ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
केजीएमयू में ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी का खेल वर्षो से चल रहा है। ट्रॉमा सेंटर व अन्य विभागों से चोरी हुए 141 सिलेंडर का खुलासा तो गत वर्ष ही हो गया था। वहीं पल्मोनरी विभाग में वर्ष 2014 में गायब हुए 61 सिलेंडर का मामला वार्ड सिस्टर के सेवानिवृत्ति के दौरान उजागर हुआ। बावजूद मामला दबा दिया गया। इसके बाद एक अगस्त को सिलेंडर गायब होने संबंधी मसला मीडिया में उछला। संस्थान प्रशासन ने सिलेंडर तलाशने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। ऐसे में कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट व कुलसचिव राजेश राय ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया।
केजीएमयू में करीब 900 के करीब बड़े और 250 के करीब छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। ऐसे में पल्मोनरी विभाग में 83 के करीब ऑक्सीजन सिलेंडर थे, लेकिन वर्ष 2014 से विभाग में सिलेंडरों के गायब होने का सिलसिला शुरू हुआ। लिहाजा, तीन माह में ही 61 सिलेंडर गायब हो गए।