Friday, March 29, 2024
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भारतीय रिजर्व बैंक वित्तीय वर्ष 2017-18 में दस से लेकर पांच सौ रुपये तक नोट ही करेगी जारी…

SI News Today

कानपुर: अर्थव्यवस्था को ई बैंकिंग की तरफ मोडऩे और बड़े के बजाय छोटे नोटों को चलन में लाने के लिए भारत सरकार नित नई कवायद कर रही है। इसी कड़ी में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) वित्तीय वर्ष 2017-18 में दस से लेकर पांच सौ रुपये तक नोट ही जारी करेगी। इसमें भी सौ, दो सौ और पांच सौ रुपये के नोट अधिक संख्या में होंगे।

इस वित्तीय वर्ष में प्रेस नोट इंडेंट (नए नोटों की डिमांड) में दो हजार रुपये के नोट अभी तक शामिल नहीं है। बैंकों की करेंसी चेस्ट की तरफ से भेजी जा रही इस मांग में सौ और पांच सौ रुपये के नोट ही शामिल हैं। 10 रुपये, बीस रुपये और 50 रुपये के नोट भी पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक जारी होंगे। साथ ही पिछले साल के मुकाबले करीब दस फीसद कम नए नोट जारी होंगे।

सूत्रों का कहना है कि काला धन फिर इकट्ठा न हो इसलिए सरकार बड़े नोटों का अर्थव्यवस्था में अधिक प्रचलन नहीं चाहती। इसलिए दो हजार रुपये के नोट के बजाय बाजार में छोटे नोटों का प्रचलन बढ़ाना है।

इसकी कवायद भी शुरू हो गई है। इसका असर वर्ष 2017-18 के लिए बैंकों द्वारा किए जा रहे नए नोटों की डिमांड पर दिख रहा है। एक बैंक के करेंसी चेस्ट के मुख्य प्रबंधक के अनुसार इस वर्ष नए नोटों के इंडेंट पर नोटबंदी का असर है। बड़े नोटों की मांग नहीं करनी है। छोटे नोटों की मांग की जा रही। आरबीआइ अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर के पहले सप्ताह में इंडेंट संबंधी आंकड़े जारी कर सकती है। इसमें 2000 रुपये के नोट शामिल होने की संभावना नहीं है। 100 रुपये और पांच सौ रुपये के नोट की अधिक डिमांड की गई है।

नोटीफिकेशन के बाद आएगा 200 का नोट
नोटीफिकेशन नहीं होने के कारण 200 रुपये के नोट की अभी डिमांड नहीं है। एक करेंसी चेस्ट के अधिकारी का कहना है कि 200 रुपये के नोट की डिमांड नोटीफिकेशन के बाद ही होगी। हां, नए नोटों की डिमांड में इसका ख्याल रखा जा रहा कि वित्तीय वर्ष के बीच में 200 रुपये के नोट आएंगे तब उसकी सप्लाई होगी।

10, 20 और 50 के नए नोट आएंगे
आरबीआइ पहले ही 10 रुपये, 20 रुपये और 50 रुपये के नई सीरीज वाले नोट जारी करने की घोषणा कर चुकी है। इन नोटों की सप्लाई जल्द होने की संभावना है।

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