उत्तर प्रदेश के एक मौलाना ने कहा है कि मुसलमान मरते दम तक वंदेमातरम नहीं गाएगा। कानपुर के एक मदरसा संचालक हाशिम अशरफी ने कहा कि हम अपनी सरजमीं की इज्जत तो कर सकते हैं लेकिन इबादत नहीं। दरअसल यूपी सरकार ने आदेश जारी किया था कि 15 अगस्त को सूबे के सभी मदरसों में तिरंगा फहराया जाएगा और राष्ट्रगान गाया जाएगा। साथ में ये शर्त भी रखी गई कि इस पूरे आयोजन की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
15 अगस्त के दिन तिरंगा फहराने पर राष्ट्रगान ना गाने को लेकर जामियातुल इस्लामिया अशरफुल मदारिस नाम के मदरसे के मौलाना साहब से जब पूछा गया कि आप लोगों ने राष्ट्र गान क्यों नहीं गाया तो उन्होंने अपने हिसाब से जो तर्क दिये वो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। खासतौर पर मुस्लिम यूजर्स इस मौलाना के इस तर्क को पसंद करते हुए इसे खूब शेयर कर रहे हैं।
मौलाना हाशिम अशरफी ने कहा कि मुस्लिमों को राष्ट्रगान में सिंधु शब्द से आपत्ति है। मौलाना ने कहा कि हम सबको ये पता है कि सिंधु पाकिस्तान में है तो फिर इसी भारत के राष्ट्रगान में क्यों रखा गया है। उन्होंने कहा कि हम मरते दम तक वंदेमातरम भी नहीं कहेंगे। हम सरजमीं की हिफाजत कर सकते हैं लेकिन इबादत नहीं। इबादत हम सिर्फ अल्लाह की करते हैं।
ये वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। आजमगढ़ एक्सप्रेस नाम के फेसबुक पेज से इसे लगभग 60 हजार लोग शेयर कर चुके हैं। सिर्फ इसी पेज से इसे 10 लाख से ज्यादा लोग देख भी चुके हैं।