लखनऊ: गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज अस्पताल में बच्चों की मौत और प्रशासनिक लापरवाही के विरोध में शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ताओं ने जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के निकट धरना दिया। दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने समेत पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा। इस दौरान मेरठ में पार्टी उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के गिरफ्तार किए जाने की सूचना मिलने से उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया। ध्यान रहे कि जयंत चौधरी पिछले दिनों बिजनौर में पुलिस हिरासत में मरे किसान जसवंत के परिवार से मिलने जा रहे थे।
प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद के नेतृत्व में जीपीओ पार्क में दिए गए धरने में वक्ताओं ने भाजपा सरकार विरोधी तेवर दिखाए। राष्ट्रीय सचिव शिवकरन सिंह, सुधाकर पांडेय, अनिल दुबे और सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने गोरखपुर प्रकरण के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार बताते दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में स्थित सरकारी अस्पताल में आक्सीजन की कमी से मौतों का होना बेहद शर्मनाक है और इसके बाद भी मुख्यमंत्री के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
रालोद ने ज्ञापन के माध्यम से इस घटना की जांच हाईकोर्ट के वर्तमान न्यायमूर्ति से कराने, दोषियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने और पीडि़त घरवालों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने और स्वास्थ्य मंत्री सिद्वार्थनाथ सिंह को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की। धरने के बाद कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर सरकार का पुतला फूंक कर नारेबाजी की। इस मौके पर वसीम हैदर, रमावती तिवारी, लक्ष्मी गौतम व मनोज सिंह चौहान आदि थे।
जयंत की गिरफ्तारी से कार्यकर्ताओं ने मेरठ में हाईवे से लेकर पुलिस लाइन तक जगह-जगह जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जयंत की रिहाई के बाद लौट रहे कार्यकर्ताओं ने एनएच-58 पर स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर हंगामा कर काफी देर तक फ्री कराए रखा। कृषि विवि के पास रेलवे फाटक पर जाम लगाया। दूसरी ओर गाजियाबाद के मोदीनगर में भी जयंत को रोके जाने से नाराज रालोद कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर हंगामा किया।