Thursday, April 25, 2024
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राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भोपाल के तीन दिवसीय दौरे पर…

SI News Today

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भोपाल के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को मोर्चा और प्रकोष्ठ की कार्यशैली पर सवाल उठाए और निचली स्तर तक इकाइयों का गठन न हो पाने पर नाराजगी जताई। सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष और प्रकोष्ठों के संयोजकों की बैठक में उनके कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जब मोर्चा अपनी इकाइयों का ही गठन नहीं कर पाए हैं, तो सवाल उठता है कि आखिर संगठन का काम चल कैसे रहा है। यहां अगले वर्ष चुनाव होने वाले हैं, चुनाव के लिए साल नहीं माह बचे है, लिहाजा संगठन का मजबूत होना जरूरी है।

सूत्रों के अनुसार, शाह ने मोर्चा पदाधिकारियों से कहा कि वे सबसे ज्यादा अपना ध्यान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग पर केंद्रित करें। जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है, वहां ज्यादा कार्यक्रम करें। ज्ञात हो कि शाह के भोपाल आने के एक दिन पहले तक विभिन्न इकाइयों ने अपने पदाधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की।

भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष अभिलाष पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक सकारात्मक रही, युवाओं को पार्टी की मजबूती और राष्ट्र के लिए काम करने के निर्देश दिए गए। शाह शाम पांच बजे पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और कोर ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने के बाद साढ़े छह बजे भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश नारायण सारंग की पुस्तक का विमोचन करेंगे।

उन्होंने अपनी यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को पार्टी दफ्तर में बैठकें कर संगठन और सरकार की प्रतिक्रिया ली। इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अपनी बात खुलकर रखें, किसी से डरें नहीं।

राजधानी की तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन यहां संवाददाताओं से बातचीत में कश्मीर पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा, ‘‘कश्मीर के बारे में भारत सरकार पूरी गंभीरता के साथ अलगाववादियों और आतंकवादियों दोनों को डील कर रही है। इसके बहुत अच्छे परिणाम पिछले एक-दो माह के अंदर मिले हैं और मुझे लगता है कि हम सही ट्रेक (रास्ते) पर जा रहे हैं।’’

चीन के साथ हालिया सीमा विवाद पर एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा, ‘‘ सुषमा स्वराज जी (विदेश मंत्री) ने संसद में चीन पर अपनी नीति स्पष्ट कर दी है। हमने अपना पक्ष रख दिया है और हम बातचीत कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि र्सिजकल स्ट्राइक के बाद दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद से त्रस्त हमारी उत्तरी सीमा पर पाक प्रेरित आंतकवाद को जवाब देने में गंभीरता में एक प्रकार की कमी देश के नागरिकों को खलती थी।

आजादी के बाद पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की सीमा में घुसकर हमारे बहादुर जवानों ने आतंकवादियों को सबक सीखाकर अपने वीर जवानों की शहादत का बदला लेकर वापस आये। इसके बाद दुनिया का देश (भारत) को देखने का नजरिया बदला है।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे देश कद विश्व में ऊंचा हुआ है।

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