फतेहपुर जनपद के अमौली ब्लाक में लगभग कई दर्जन से ज्यादा स्कूल चल रहे है। जिसमे से कुछ स्कूल ऐसे है।जिसमे अभी तक मान्यता ही नही प्राप्त है। जो की कोचिंग का नाम दिखा कर चलवा रहे है। और ऐसे भी कुछ स्कूल है जो कक्षा पांचवी से लेकर आठवीं तक मान्यता लेकर घूम रहे है। और इण्टर मीडिएट तक की कक्ष।ये बेधड़क चलवाने का काम कर रहे है। जिससे शिक्षा विभाग के अधिकारयों को मोटी रकम समय से पहुँचती रहती है। जिससे मान्यता से कही ज्यादा बेखोप कक्षाये चलाते रहते है
इस पर शिक्षा विभाग का कोई ध्यान नही जा रहा है आखिर क्यों दिन में दिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। जब की शिक्षा को लेकर माननीय मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी जी ने शिक्षा को लेकर कई अहम फैसले सुनाये थे।जिस पर कोई अधिकारी अमल ही नही कर रहा है। मुख्य मंत्री के आदेशो को खुले आम शिक्षा के स्तर से धज्जियां उड़ाई जा रही है।
जब की शिक्षा विभाग के अधिकारयों की टीम ने अभी कुछ दिन पहले अमौली खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पराज सिंह के साथ स्कूलो में ताबड़ तोड़ छापेमारी की गई थी।जिसमे दर्जनों स्कूल में छापा मारा गया था। कुछ स्कूल के प्रबंधक स्कूल छोड़कर ही भाग गये थे।और कुछ स्कूल में मान्यता से ज्यादा कक्षाये चलती पायी गयी थी।
शिक्षा विभाग के अधिकारियो ने सिर्फ खाना पूर्ति की ही छापेमारी कर डाली क्यों की अधिकारयों का उस ओर ध्यान ही नही गया जहा दो दर्जन से ज्यादा स्कूल अमौली विकाश खण्ड में ही चल रहे। जिसकी आज तक पूरी मान्यता है ही नही।
मान्यता न होने के बावजूद भी स्कूलो में करते है मनमानी हर वर्ष फीस बढ़ाई जाती है।यहाँ तक तो ठीक था। अब क्या स्कूल में पढ़नी होगी कोचिंग ,स्कूल से लेनी होगी ड्रेस और पुस्तके ये है शिक्षा का गिरता स्तर मनो या नमनो शिक्षा की आड़ में एक धंधा खोलकर जगह जगह बैठे है। इस लिये शिक्षा का स्तर गिरता ही जा रहा।अधिकारी अपने हाथ में हाथ धरे बैठे हुए है। देखना है कब सुधर पाती है। यह शिक्षा का स्तर*