Friday, March 29, 2024
featuredलखनऊ

आशियाना के संगम विहार स्थित खाली प्लॉट में हत्या कर फेंका शव…

SI News Today

लखनऊ: आशियाना सेक्टर-के संगम विहार स्थित खाली प्लॉट में हत्या कर फेंके गए शव की शिनाख्त रविवार सुबह आजमगढ़ के तरवा क्षेत्र स्थित जुआ गांव निवासी सुनील मौर्या (35) के रूप में हुई। वह उत्तराखंड के रुद्रपुर में ठेकेदारी करता था। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि गुरुवार की रात में ही नशे में धुत सुनील की उसकी महिला मित्र नेहा राठौर ने सिर पर वार करने के बाद साथियों संग गला कसकर हत्या कर दी थी।

एसएसपी के मुताबिक नेहा हत्या के अगले दिन शुक्रवार को आशियाना थाने में सुनील के खिलाफ अपने भाई के अपहरण और छेड़छाड़ की तहरीर देकर फरार हो गई थी। नेहा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि हत्या में शामिल अन्य लोगों के बारे में पड़ताल की जा रही है। नेहा कानपुर के कल्याणपुर के बारह सिरोही की रहने वाली है। वह दो माह से रायबरेली जिले में तैनात खंड विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह के मकान में दूसरे तल पर किराए पर रह रही थी। सुनील ने नेहा के भाई मनीष समेत तीन लोगों की सरकारी नौकरी लगवाने को नौ लाख रुपये लिए थे। वह नेहा पर संबध बनाने व शादी का दबाव बनाता था, वह शादी नहीं करना चाहती थी। नेहा को तीन साल का बेटा भी है। सुनील का उसके कमरे पर आना जाना था। कभी कभार वह रुकता भी था। गुरुवार की रात सुनील उसके भाई मनीष के साथ पहुंचा। कुछ अन्य लोग भी थे। खाना खाने के बाद मनीष और उसके साथी चले गए।

सुनील थोड़ी देर बाद जाने की बात कहकर रुक गया। सुनील नशे में भी था। नेहा की इच्छा के विरुद्ध जबरन संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। विरोध पर नेहा ने उसके सिर पर वार किया। फिर दुपंट्टे से गला कसकर मार दिया। नेहा शव को चादर में लपेटकर छत पर गई और नीचे फेंक दिया। एसएसपी के मुताबिक नेहा के साथ हत्या में और कौन शामिल था इसकी पड़ताल की जा रही है। क्योंकि नेहा द्वारा अकेले हत्याकर शव को छत पर ले जाकर फेंकना संभव नहीं है। नेहा के भाई मनीष से पूछताछ करने के साथ ही अन्य के बारे में पड़ताल की जा रही है। गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल पुलिस कर्मियों में थानाध्यक्ष राजकरन शर्मा और उनकी टीम के अलावा सर्विलांस टीम के कांस्टेबल गोविंद हैं। एसएसपी ने बताया कि मकान मालिक की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

हत्यारोपित तक ऐसे पहुंची पुलिस : सीओ कैंट तनु उपाध्याय ने बताया कि मौके पर पहुंचकर शव प्लॉट से निकलवाया। फिर पड़ोस में रहने वाले बीबीएयू के रिटायर्ड कुल सचिव सीपी निर्मल के मकान की छत पर पहुंचीं, जहां उन्हें बैग और फैला हुआ कुछ सामान मिला। वहां कुछ खून की छींटे भी मिलीं। सीपी निर्मल ने पूछताछ में बताया कि कुछ दिन पहले ही पुताई हुई थी शायद पेंट की छींटे होंगी। उनके मकान से सटी हुई खंड विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह की दीवार थी। जिस पर रस्सी का निशान था। इसके बाद वह अजय के घर पहुंचीं। पता चला कि किराए पर रहने वाली नेहा राठौर दो दिन से कमरा बंद कर गायब है। नेहा के बारे में पड़ताल की तो पता चला कि वह एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी करती है।

उसके यहां कुछ लोगों का आना जाना भी रहता है। फिर थाने पहुंची तो पता चला कि नेहा राठौर नाम की महिला ने शुक्रवार सुबह थाने आई थी। उसने सुनील मौर्या पर छेड़छाड़ और भाई मनीष के अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने मेडिकल कराने की बात कही तो वह चली गई, इसके बाद थाने नहीं आई। पुलिस ने तहरीर में नंबर देखा तो वह और अजय के घर से मिला नेहा राठौर का नंबर एक था। इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद ली और फिर महिला तक पहुंची। जिसके बाद नेहा की गिरफ्तारी की गयी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हेड इंजरी आया है। शव करीब चार दिन पुराना होने की पुष्टि हुई है।

पत्नी ने की शव की शिनाख्त : एसएसपी ने बताया कि नेहा की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि सुनील शादीशुदा है। नेहा के उत्तराखंड रुद्रपुर इंद्रा चौक निवासी उसके बहनोई राजेश भी सुनील के संपर्क के थे, क्योंकि सुनील अपनी पत्नी पुष्पा और दो बच्चों के साथ कई वर्ष से रुद्रपुर में रह रहा था। नेहा ने सुनील की पत्नी के बारे में बताया इसके बाद उन्हें घटना की जानकारी दी गई। रविवार सुबह पुष्पा लखनऊ पहुंचीं और पोस्टमॉर्टम हाउस में शव देखकर उसकी शिनाख्त पति सुनील के रूप में की।

नेहा के बहनोई ने सुनील से कराई थी उसकी मुलाकात
पुलिस ने बताया कि नेहा के उसके पति संजीव राठौर से पारिवारिक विवाद में संबंध विच्छेद हो गए थे। संजीव कानपुर की बिल्हौर तहसील में लेखपाल हैं। चूंकि राजेश और सुनील रुद्रपुर में पड़ोसी हैं। राजेश दो माह पूर्व सुनील को लेकर कानपुर गया था। जहां उसने नेहा से सुनील की मुलाकात करायी थी। सुनील ने नेहा से कहा था कि वह उसका पति से तलाक करा देगा। उसके कानपुर में कई अधिकारी परिचित थे। इसके बाद दोनों लखनऊ में मिलने-जुलने लगे थे। डेढ़ माह से सुनील लखनऊ में रह रहा था। वह कभी होटल में तो कभी नेहा के कमरे में रुकता था। इस कारण दोनों की नजदीकियां हो गई थीं। रविवार को घर आने की बात कही थी :

पुष्पा ने बताया कि गुरुवार सुबह 10:30 बजे पति से उसकी बात हुई थी। उसने पति से मकान के किराए और बेटे प्रिंस और पियूष की फीस जमा करने के लिए रुपये मांगे थे। इस पर पति ने रविवार को आने की बात कही थी, पर यहां पहुंची तो पति की लाश मिली।

SI News Today

Leave a Reply