केरल में एक बार फिर से एक आरएसएस कार्यकर्ता विपिन की हत्या का मामला सामने आया है। हत्या का यह मामला काफी गरमा गया है जिसके कारण साम्प्रदायिक तनाव फैल गया है। खबरों के मुताबिक वारदात गुरुवार (24 अगस्त) तड़के मल्लापुरम जिले में हुई। हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। बता दें विपिन एक शख्स की हत्या के मामले का भी आरोपी था। विपन सनसनीखेज फैजल हत्याकांड मामले का आरोपी था। पुलिस ने बताया कि पिछले साल के फैजल हत्याकांड मामले में विपिन (30) दूसरा अभियुक्त था जो जमानत पर बाहर था। सुबह करीब सात बजे तिरूर के पुलीनकोडे में एक सड़क के किनारे वह घायल अवस्था में मिला। उसके शरीर पर कई घाव थे।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस उसे लेकर सरकारी अस्पताल गई लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि तिरूर और आसपास के इलाके में तनाव की स्थिति बन गई है और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। इस्लाम धर्म अपना लेने वाले फैजल उर्फ अनिल कुमार (30) को पिछले साल 19 नवंबर को जिले के कोधिनी गांव में एक नाली में मृत पाया गया था। हत्या के सिलसिले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फैजल की मौत के बाद उसकी मां ने और फिर पूरे परिवार ने इस्लाम धर्म अपना लिया ।
राज्य में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या का यह पहला मामला नहीं है। इन हत्याओं के लिए आरएसएस वामपंथी संगठनों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हाल ही में एक 34 वर्षीय आरएसएस कार्यकर्ता की कथित तौर पर सीपीएम समर्थकों द्वारा हत्या कर उसके हाथ काटने का मामला सामने आया था। इसके अलाव बीते मई महीने में भी एक आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या का मामला सुर्खियों में था। मारा गया शख्स भी विपिन की ही तरह एक सीपीएम कार्यकर्ता धनराज की हत्या के मामले का आरोपी था।
जुलाई महीने में भी एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी के नेतृत्व वाले गिरोह द्वारा आरएसएस कार्यकर्ता राजेश की हत्या का मामला भी सामन आया था। केरल में राजनीतिक दलों के कार्यकार्ताओं की हत्या के कई मामले सामने आए हैं। इसको लेकर आरएसएस और वामपंथी संगठन लगातार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे हैं।