Tuesday, April 16, 2024
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शिवसेना ने उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में हुई कई बच्चों की मौत को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर साधा निशाना..

SI News Today

शिवसेना ने उत्तर प्रदेश के दो अस्पतालों में हुई कई बच्चों की मौत को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आज कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा ‘देवदूत’ की बजाय ‘यमदूत’ है। पार्टी ने यह भी आरोप लगाए कि अगर सरकारी तंत्र खुद ‘‘आॅक्सीजन पर’’ जी रहा हो तो वह मरीजों को कैसे आॅक्सीजन मुहैया कराएगा। अधिकारियों ने कल कहा कि उत्तर प्रदेश के फरूर्खाबाद जिले में एक महीने में कम से कम 49 शिशुओं की मौत हो गयी जिनमें से अधिकतर की मौत ‘‘पेरीनैटल एस्फिजिया’’ के कारण हुई। पेरीनैटल एस्फिजिया एक स्वास्थ्य दशा है जिसमें नवजात शिशुओं को सांस लेने में दिक्कत होती है।

गोरखपुर में पिछले महीने एक सरकारी अस्पताल में दो दिन में 30 बच्चों की मौत हुई थी और उसी त्रासदी के दोहराव का संकेत करते हुए फरूर्खाबाद में कई अभिभावकों ने अधिकारियों से कहा कि शिशुओं को आॅक्सीजन एवं दवाएं मुहैया कराने में देरी हुई। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के एक संपादकीय में कहा, ‘‘स्वास्थ्य सेवा को देवदूत होना चाहिए लेकिन उत्तर प्रदेश में वह यमदूत साबित हुई।

पार्टी ने कहा, ‘‘करीब छह साल पहले जब पश्चिम बंगाल में एक पखवाड़े के भीतर 50 बच्चों की मौत हुई थी तब ममता बनर्जी सरकार की कड़ी आलोचना करने वाले अब उत्तर प्रदेश में सत्ता में हैं।’’ शिवसेना ने कहा कि दो अस्पतालों में कथित रूप से आॅक्सीजन की आपूर्ति के कारण बच्चों के मारे जाने से उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर प्रश्नचिह्न खड़े होते हैं।

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