लखनऊ: चालान का डर दिखाकर डग्गामारी और ओवरलोडिंग रोकने में विफल रहा परिवहन विभाग अब और सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के मुताबिक इस बार ऐसे वाहनों के चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस जब्त करने की योजना है, ताकि जो पकड़ा जाए वह कुछ अरसे तक वाहन चलाने लायक ही न रहे। इस कदम को पुख्ता करने के लिए परिवहन अधिकारी इस कार्रवाई को ऑनलाइन दर्ज करेंगे, जिससे कहीं और से भी लाइसेंस नहीं बन सकेगा।
परिवहन विभाग ने डग्गामार व ओवरलोडेड वाहनों पर कार्रवाई के लिए बीते जून माह में अभियान शुरू किया था। तब तैयारी तो सिर्फ एक हफ्ता अभियान चलाने की थी लेकिन, छिटपुट कार्रवाई के साथ अब भी यदा-कदा कोई वाहन पकड़ कर अभियान को जिंदा रखने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि अब अधिकारी भी मान रहे हैं कि अभियान के तहत हजारों वाहनों का चालान कर लाखों रुपये का जुर्माना तो वसूला गया लेकिन, इससे डग्गामारी रुकी न ओवरलोडिंग। इससे सबक लेते हुए परिवहन अधिकारियों ने अब चालान की बजाय ड्राइविंग लाइसेंस जब्त करने का निर्णय लिया है।
इसके तहत सबसे पहले ऐसे डग्गामार वाहनों को निशाने पर लिया जाएगा, जो सवारियां ठूंस कर खतरनाक तरह से यात्रा करा रहे हैं। इसमें बसों से लेकर जीप तक शामिल होंगी और प्रदेश में ऐसे क्षेत्र भी चिन्हित किए जाएंगे, जहां डग्गामार वाहनों की संख्या अधिक है। इसी तरह सड़क को क्षतिग्रस्त करने वाले ओवरलोडेड वाहनों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इन वाहनों के चालकों के भी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए जाएंगे।
सीट बेल्ट, हेलमेट व गलत दिशा के वाहनों पर भी होगी कार्रवाई
परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने बताया कि कॉमर्शियल वाहनों के साथ निजी वाहनों में भी चौपहिया वाहन चालकों की सीट बेल्ट और दुपहिया वाहन चालकों के हेलमेट को लेकर सख्ती बढ़ाई जाएगी। अभियान के दायरे में खास तौर पर वे लोग आएंगे जो उल्टी दिशा से गाड़ी दौड़ाने के अभ्यस्त हो गए हैं।