Police rushed to the spot after the day-to-day violence in Lucknow
#Lucknow #UttarPradesh #LucknowPolice #UPPolice #BankLooting #HDFCLooting #TripleMurder
लखनऊ।
अलीगंज की नेहरू वाटिका इलाके में HDFC बैंक के सामने बाइक सवार दो बदमाशों ने हथियारों के दम पर 10 लाख 20 हजार रुपए लूट लिए। ये घटना उस वक्त हुई, जब एक बिजनेसमैन सचिन रस्तोगी के दो नौकर बाइक पर ये पैसे जमा कराने के लिए बैंक पहुंचे थे। तभी सफेद अपाचे से उतरे बदमाश ने हथियारों के दम पर 10.20 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। इस वारदात के दौरान HDFC बैंक के गार्ड ने 500 मीटर तक पीछा किया, लेकि वो फरार होने में कामयाब हो गए। इससे पहले 10 बजकर 10 मिनट पर सचिन रस्तोगी 7 लाख रुपए खुद लेकर बैंक जमा कराने के लिए आए थे।
बिजनेसमैन सचिन रस्तोगी महानगगर इलाके में सेक्टर-C में रहते हैं। इनकी ओम एजेंसी नाम से फर्म है। उसी फर्म से हुई कमाई को जमा कराने के लिए HDFC बैंक की ब्रांच आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा, दो दिन की छुट्टी के बाद बैंकों के बाहर पुलिस कहीं नजर नहीं आ रही थी। जबकि पुलिस को भी पता है, जब कई दिनों की छुट्टी होती है, तब बैंक में पैसे और निकलने वालों की ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में लोग पैसे जमा भी ज्यादा करते है, और निकालते भी ज्यादा है। लिहाजा पुलिस यहां पर मौजूद होनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस बैंक के पास कहीं नहीं थी। वहीं, कुछ लोगों ने कहा- इस वारदात से पहले मुखबिर ने सूचना दी होगी, तभी इतनी बड़ी वारदात को बदमाश अंजाम दे सकते हैं।
सूचना के बाद मौके पर आईजी रेंज जय नारायण सिंह, एसएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंची। लोगों से पूछताछ की। आईजी रेंज जय नारायण सिंह ने कहा, “रविवार की छुट्टी के बाद डिस्ट्रीब्यूटर के पास कैश ज्यादा था, वो इसे बैंक में जमा करने के लिए आया था, तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया।”
बीते 27 फरवरी 2015 की दोपहर बाइक सवार तीन बदमाशों ने हसनगंज के बाबूगंज में इस वारदात को अंजाम दिया गया था। हमलावर के पास आधुनिक हथियार थे। 51 लाख की लूट और ट्रिपल मर्डर पूरी घटना एटीएम व उसके आसपास के दुकानों में मौजूद सीसीटीवी फुटेज में कैद हुयी थी। इस मामले में पुलिस ने फर्जी खुलासा भी किया था। अभी तक इस काण्ड के आरोपी पकडे नहीं जा सके हैं।