Thursday, April 25, 2024
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महाराष्ट्र: अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के खिलाफ किसानों ने किया प्रदर्शन…

SI News Today

महाराष्ट्र में पालघर जिले के बोईसर के किसानों के एक समूह ने आज अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्हें आशंका है कि इस परियोजना के चलते उन्हें अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत की यात्रा पर आए जापान के उनके समकक्ष शिंजो आबे ने गुजरात के अहमदाबाद में आज इस परियोजना की शुरूआत की। बोईसर रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन करने वाले किसानों ने कहा कि अगर परियोजना के लिए उनकी खेती वाली जमीन का अधिग्रहण किया गया तो वे बर्बाद हो जाएंगे।

शेतकारी संघर्ष समिति और आदिवासी एकता परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाए और परियोजना के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में भाग लेने वाले भूमि सेना के कालूराम दूधादे ने कहा, ‘‘पालघर में मुख्य रूप से छोटे किसान हैं और अगर परियोजना के लिए उनकी जमीन का अधिग्रहण हुआ तो वे बर्बाद हो जाएंगे।’’ प्रदर्शनकारियों ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा नीत सरकार किसानों से विचार-विमर्श किये बिना परियोजना पर आगे बढ़ रही है।

वहीं, पालघर के डीएसपी मजूनाथ शिंगे ने कहा, ‘‘यह एक सांकेतिक प्रदर्शन था और कानून -व्यवस्था की कोई दिक्कत नहीं हुयी।’’ संपर्क करने पर पालघर के जिलाधिकारी प्रशांत नरनावरे ने बताया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया। मालूम हो कि राजग सहयोगी शिवसेना ने भी बुलेट ट्रेन परियोजना की आलोचना करते हुए आज कहा कि परियोजना आम आदमी का नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे एक संपादकीय में यह जानना चाहा कि क्या उच्च गति वाली अहमदाबाद-मुंबई ट्रेन परियोजना की वास्तव में देश को आवश्यकता है?

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने गुरुवार को 1.08 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबई उच्च गति रेल परियोजना की आधारशिला रखी। भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखने का समारोह साबरमती रेलवे स्टेशन के पास स्थित एथलेटिक स्टेडियम में आयोजित हुआ। मोदी और आबे ने बटन दबाकर भारत की क्रांतिकारी रेल परियोजना की शुरुआत की घोषणा की। जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (जेआइसीए) और केंद्रीय रेल मंत्रालय ने 508 किलोमीटर लंबे गलियारे वाली इस परियोजना के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। 750 लोगों की यात्री क्षमता वाली बुलेट ट्रेन से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय सात घंटे से कम होकर करीब तीन घंटे होने की उम्मीद है। इस परियोजना के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।

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